देहरादूनः कर्मकार कल्याण बोर्ड मामले में विवादों में रहे हरक सिंह रावत को सदन में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का साथ मिला. इंदिरा हृदयेश ने साफ किया कि सरकार अपने मंत्री हरक सिंह रावत को फंसा रही है. जो हरक सिंह कांग्रेस में ईमानदार थे, वह भाजपा में जाकर बेईमान कैसे हो गए? खास बात ये है कि न केवल हरक सिंह रावत को एक ईमानदार मंत्री के रूप में कांग्रेस ने क्लीन चिट दे दी, बल्कि सरकार के वरिष्ठ मंत्री मदन कौशिक ने भी उन्हें अपनी सरकार का ईमानदार मंत्री बताया.
सदन की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने इस मामले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जो हरक सिंह रावत कांग्रेस की सरकार में ईमानदार मंत्री के रूप में जाने जाते थे, वह भाजपा में जाने के बाद भ्रष्टाचारी कैसे हो सकते हैं? इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार हरक सिंह रावत को इस मामले में फंसा रही है. इस मामले में नेता प्रतिपक्ष की क्लीन चिट मिलने के बाद अब सवाल यह भी खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार हरक सिंह रावत के खिलाफ किसने साजिश की है?
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कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को कर्मकार कल्याण बोर्ड मामले पर न केवल कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सरकार पर उन्हें फंसाने का आरोप लगाकर हरक सिंह रावत को क्लीन चिट दी है, बल्कि खुद सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी हरक सिंह रावत को बेहद ईमानदार मंत्री मान रहे हैं और उन्हें क्लीन चिट दे रहे हैं. इस मामले को लेकर सरकार ने भी अपना पक्ष रखा और संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि उनके मंत्री हरक सिंह रावत भ्रष्टाचारी नहीं बल्कि ईमानदार है और हरक सिंह रावत कांग्रेस के गलत कामों के कारण ही भाजपा में शामिल हुए थे और वे पार्टी के ईमानदार मंत्री हैं.
इस मामले पर हरक सिंह रावत ने कहा है कि मामला पूरी तरह से साफ है और वह समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसी गलत चीजें क्यों सामने आ रही हैं. उन्होंने कहा कि इंदिरा हृदयेश और प्रीतम सिंह उनकी कार्यशैली को जानते हैं. लेकिन बोर्ड में तमाम मामलों को लेकर क्यों ऐसी गलत चीजें आ रही है, यह समझ से परे है.