देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र का पहले शोक प्रस्ताव लाया गया. सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन विपक्ष कई मोर्चों पर सरकार को घेरने में जुट गया है. जिसके लिए विपक्ष ने पूरी तैयारी कर ली है.
बता दें कि सोमवार 23 अगस्त से उत्तराखंड विधानसभा का पांच दिवसीय मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है. जिसका पहला दिन सत्र के पहले दिन आज विधानसभा के पटल पर शोक प्रस्ताव लाया गया. पूरे दिन सुबह से लेकर शाम 5 बजे तक विधानसभा के भीतर सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष तक सभी विधायकों ने दिवंगत हुए नेताओं को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
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इस दौरान विधानसभा के सभी सदस्यों ने दिवंगत नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, गोपाल रावत, श्रीचंद, नरेंद्र सिंह भंडारी, बची सिंह रावत, अमरीश कुमार और यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी गई. वहीं, सत्र शुरू होने से पहले दिवंगत पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा को हाउस गैलरी में श्रद्धांजलि दी गई.
मंगलवार को सदन रहेगा हंगामेदारः विधानसभा सत्र पहला दिन यानी सोमवार को पूरा दिन श्रद्धांजलि को समर्पित था, लेकिन मंगलवार को शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष ने अपनी पूरी तैयारियां कर ली है. जिसमें नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने साफतौर पर कहा कि कांग्रेस कई मुद्दे सदन के भीतर उठाएगी तो वहीं, विपक्ष के कई नेता सदन के बाहर भी सरकार की विफलताओं को लेकर धरना देंगे.
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खास होगा सत्र: पांच दिवसीय विधानसभा का मॉनसून सत्र इस बार बेहद ही खास है. प्रदेश में चुनाव बेहद नजदीक है, ऐसे में जहां सरकार विधानसभा में कई लोकलुभावन फैसलों और विधेयकों को पेश करेगी. वहीं, विपक्ष भी पॉलिटिकल माइलेज पाने के लिए सरकार पर प्रेशर बनाने का काम करेगी.
विपक्ष के पास देवस्थानम बोर्ड, कोविड जांच फर्जीवाड़ा, महंगाई, बेरोजगार, कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को लेकर सदन में सरकार की घेराबंदी करने का आखिर मौका है. जबकि सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने की तैयारी की है. सत्र के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों से 788 प्रश्न मिले हैं.