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मसूरीः सेस टैक्स का शुरू हुआ विरोध, मजदूर संघों ने सीएम को चेताया - मसूरी मजदूर संघ, मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण

पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों पर लगाए जाने वाले सेस टैक्स का मसूरी मजदूर संघ ने कड़ा विरोध किया है. मजदूर संघ ने सरकार के इस कदम को अव्यवहारिक बताया है.

सेस टैक्स का विरोध
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Published : Nov 14, 2019, 8:59 AM IST

Updated : Nov 14, 2019, 9:32 AM IST

मसूरीः प्रदेश सरकार द्वारा मसूरी आने वाले पर्यटकों पर लगाए जाने वाले सेस टैक्स का विरोध शुरू हो गया है. इस संबंध में मसूरी मजदूर संघ ने प्रेस वार्ता कर विरोध जताया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा मसूरी के गांधी चौक पर आयोजित कार्यक्रम में बैटरी द्वारा संचालित वाहनों से पर्यटकों को निःशुल्क यात्रा की सेवा देने की घोषणा की है, जिसको लेकर पर्यटकों से सेस वसूला जाएगा. साथ ही मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा आवास सचिव के निर्देशों पर सेस टैक्स वसूलने की तैयारी भी शुरू कर दी है.

सेस टैक्स का शुरू हुआ विरोध

मजदूर नेता भगवान सिंह चौहान और देवी गोदियाल ने कहा कि सरकार का मसूरी में सेस टैक्स लगाने का निर्णय पूरी तरीके से अव्यवहारिक है. ब्रिटिश काल से मजदूर स्वरोजगार रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. सरकार रिक्शा चालकों के साथ धोखा कर रही है. इसे मजदूर संघ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा.

उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद के अधीन रिक्शा संचालित होते हैं, लेकिन सरकार द्वारा न तो नगर पालिका प्रशासन और न ही मजदूर संगठनों से इस संबंध में वार्ता कर सेस टैक्स के बारे में जानकारी दी गई और न ही सेस टैक्स के एवज में पर्यटकों को दी जाने वाली सुविधा के बारे में बताया गया.

यह भी पढ़ेंः आज भी बालश्रम करने को मजबूर हैं मासूम

उन्होंने कहा कि सरकार रिक्शा चालकों को मानदेय पर रखना चाहती है, पर रिक्शा चालक मानदेय पर काम नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार शहर में पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने को लेकर कोई योजना लाती है तो सबसे पहले मसूरी मजदूर संघ और नगर पालिका प्रशासन को योजना से अवगत कराया जाए.

यदि ऐसा नहीं होता है तो मजदूर संघ इसके खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा. वहीं सरकार रिक्शा चालकों की रोजी-रोटी को प्रभावित करने का कार्य करती है तो समस्त मजदूर संगठन विधायक गणेश जोशी और प्रदेश सरकार के विरूद्ध आंदोलन करने को मजबूर होगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.

मसूरीः प्रदेश सरकार द्वारा मसूरी आने वाले पर्यटकों पर लगाए जाने वाले सेस टैक्स का विरोध शुरू हो गया है. इस संबंध में मसूरी मजदूर संघ ने प्रेस वार्ता कर विरोध जताया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा मसूरी के गांधी चौक पर आयोजित कार्यक्रम में बैटरी द्वारा संचालित वाहनों से पर्यटकों को निःशुल्क यात्रा की सेवा देने की घोषणा की है, जिसको लेकर पर्यटकों से सेस वसूला जाएगा. साथ ही मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा आवास सचिव के निर्देशों पर सेस टैक्स वसूलने की तैयारी भी शुरू कर दी है.

सेस टैक्स का शुरू हुआ विरोध

मजदूर नेता भगवान सिंह चौहान और देवी गोदियाल ने कहा कि सरकार का मसूरी में सेस टैक्स लगाने का निर्णय पूरी तरीके से अव्यवहारिक है. ब्रिटिश काल से मजदूर स्वरोजगार रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. सरकार रिक्शा चालकों के साथ धोखा कर रही है. इसे मजदूर संघ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा.

उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद के अधीन रिक्शा संचालित होते हैं, लेकिन सरकार द्वारा न तो नगर पालिका प्रशासन और न ही मजदूर संगठनों से इस संबंध में वार्ता कर सेस टैक्स के बारे में जानकारी दी गई और न ही सेस टैक्स के एवज में पर्यटकों को दी जाने वाली सुविधा के बारे में बताया गया.

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उन्होंने कहा कि सरकार रिक्शा चालकों को मानदेय पर रखना चाहती है, पर रिक्शा चालक मानदेय पर काम नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार शहर में पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने को लेकर कोई योजना लाती है तो सबसे पहले मसूरी मजदूर संघ और नगर पालिका प्रशासन को योजना से अवगत कराया जाए.

यदि ऐसा नहीं होता है तो मजदूर संघ इसके खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा. वहीं सरकार रिक्शा चालकों की रोजी-रोटी को प्रभावित करने का कार्य करती है तो समस्त मजदूर संगठन विधायक गणेश जोशी और प्रदेश सरकार के विरूद्ध आंदोलन करने को मजबूर होगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.

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मसूरी में प्रदेश सरकार द्वारा मसूरी में आने वाले पर्यटकों पर लगाए जाने वाले सेस टैक्स का विरोध शुरू हो गया है जिसको लेकर मसूरी मजदूर संघ द्वारा मसूरी के होटल में प्रेस वार्ता कर मसूरी में सरकार द्वारा लगाए जा रहे सेस टैक्स का विरोध जताया है उन्होंने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा मसूरी के गांधी चौक पर आयोजित कार्यक्रम में बैटरी द्वारा संचालित वाहनों से पर्यटकों को निशुल्क यात्रा की सेवा देने की घोषणा की है जिसको लेकर मसूरी आने वाले पपर्यत को सेस लगाया कर वसूला जाएगा जिससे पर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा आवास सचिव के निर्देशों पर सेस टैक्स लगनेववकी तैयारी शुरू कर दी


Body:मजदूर संघ के पदाधिकारियों द्वारा मजदूर नेता भगवान सिंह चौहान और देवी गोदियाल ने कहा कि सरकार का मसूरी में सेस टैक्स लगाने का निर्णय पूरी तरीके से आव्यवहारिक है और ब्रिटिश काल से मजदूर स्वरोजगार शिक्षा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं ऐसे में रिक्शा चालकों के साथ धोखा है इससे मजदूर संघ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद के अधीन रिक्शा संचालित होती है परंतु सरकार द्वारा ना तो नगर पालिका प्रशासन और ना ही मजदूर संगठनों को इस संबंध में वार्ता कर उन्हें के द्वारा मसूरी में सेस टैक्स के बारे में जानकारी दी गई है और ना ही सेस टैक्स के एवज में पर्यटकों को दी जाने वाली सुविधा के बारे में बताया जाए


Conclusion:उन्होंने कहा कि सरकार रिक्शा चालकों को मानदेय पर रखना चाहती है पर रिक्शा चालक मानदेय पर काम नहीं करना चाहते हैं उन्होंने कहा कि सरकार शहर में पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने को लेकर कोई योजना लाती है तो उससे पहले मसूरी मजदूर संघ और नगर पालिका प्रशासन को भी योजना से अवगत कराया जाए वह ऐसे नहीं होता है तो मजदूर संघ इसके खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे वहीं सरकार रिक्शा चालकों की रोजी-रोटी को प्रभावित करने का कार्य करती है तो मसूरी वके समस्त मजदूर संगठन मसूरी विधायक गणेश जोशी और प्रदेश सरकार के विरूद्ध आंदोलन करने को मजबूर होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी
Last Updated : Nov 14, 2019, 9:32 AM IST
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