देहरादून: कोरोना वायरस के संक्रमण की भयावहता को देखते हुए उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने बहुत बड़ा निर्णय लिया है. उत्तराखंड के सभी राजकीय चिकित्सालयों में रविवार यानी आज से ओपीडी बंद कर दी जाएंगी. ओपीडी में कल से इलाज नहीं मिलेगा. ओपीडी में सिर्फ इमरजेंसी के मरीज ही देखे जाएंगे.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 मार्च की रात 8 बजे देश को संबोधित किया था. पीएम ने 22 मार्च यानी आज से जनता कर्फ्यू लगाने को कहा था. उन्होंने सोशल गैदरिंग नहीं करने की अपील भी की थी. पीएम ने सामान्य मरीजों और रूटीन चेकअप कराने वालों से संकट के इन दिनों में अस्पताल नहीं जाने की अपील भी की थी.
प्रधानमंत्री की आपील के मद्देनजर उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने ओपीडी सेवा इमरजेंसी के लिये रखने का बड़ा फैसला लिया है. ओपीडी रिजर्व रख डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को भी सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं से भी फिलहाल रूटीन चेकअप नहीं कराने को कहा है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने एक और बड़ा फैसला लिया है. छुट्टी पर गए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल ड्यूटी ज्वाइन करने के आदेश दिए गए हैं.
उत्तराखंड में कोरोनावायरस के खतरे से बचाव के लिए स्वास्थ्य महकमा अस्पतालों में तमाम जरूरी इंतजामों को करने में जुटा है. इस बीच कोरोना वायरस से लड़ने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षित रखने और उनका पूरा इस्तेमाल कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए नए आदेश किए जा रहे हैं.
इसके तहत प्रदेश के सभी राजकीय चिकित्सालय की ओपीडी को बंद करने के आदेश दिए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश के बाद स्वास्थ्य महानिदेशालय स्तर से सभी अस्पतालों में ओपीडी में मरीजों को नहीं देखने के आदेश जारी किए गए हैं. हालांकि कुछ अस्पताल पहले ही अपनी ओपीडी बंद कर चुके हैं.
डीजी हेल्थ अमित उप्रेती ने बताया कि छुट्टी पर गए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को वापस बुला लिया गया है और सभी स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारी कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं.