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ऑन द स्पॉट ई-चालान: अब नहीं चलेगा बहाना, मौके पर ही भरना होगा जुर्माना

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Published : Jan 3, 2020, 8:10 PM IST

ई-चालान मशीनों के पीछे की वजह नए मोटर व्हीकल एक्ट है, क्योंकि नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 80 से 90 फीसदी चालान पेपरलेस कर ई-चालान मशीन से होना अनिवार्य है.

-uttarakhand
ऑन द स्पॉट ई-चालान

देहरादून: अब यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का चालान ई-मशीन से होगा. जिसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली है. पुलिस ने प्रदेश के सभी 13 जिलों के लिए 1200 ई-चालान मशीन खरीदी है. 26 जनवरी के बाद जिनसे प्रदेशभर में ऑन द स्पॉट चालान किया जाएगा.

ई-चालान मशीनों से कार्य लेने की तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है. जिलों में यातायात पुलिसकर्मियों को ई-चालान मशीनों के संचालन को प्रशिक्षित भी दिया गया है. ई-चालान मशीन में डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी जुर्माना दिया जा सकता है. अभी तक इस तरह की व्यवस्था देश के कुछ एक ही राज्यों में थी.

अब ऑन द स्पॉट होगा ई-चालान.

पढ़ें- CCTV देखकर सकपकाए चोर, वायर काटकर ले गए पर छोड़ गए बड़ा सबूत

ई-चालान मशीनों के पीछे की वजह नए मोटर व्हीकल एक्ट है, क्योंकि नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 80 से 90 फीसदी चालान पेपरलेस कर ई-चालान मशीन से होना अनिवार्य है.

ट्रैफिक निदेशालय के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात नियमों सख्ती से पालन कराने के लिए नए मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया गया था. जिसका असर भी देखने को मिला है. ये नए मोटर व्हीकल एक्ट का ही असर है कि बीते सालों के मुलाबले 2019 में सड़क हादसों में कमी आई है.

पढ़ें- कैदी की आत्महत्या मामले में परिजनों ने लगाये गंभीर आरोप, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

उत्तराखंड में किए गए चालान

  • 2019 के आंकड़ों पर गौर करें तो एक जनवरी से लेकर 31 जनवरी तक 13 लाख 52 हजार चालान काटे गए. इन चालानों से पुलिस को जुर्माने के तौर पर 2019 में 25 करोड़ 83 लाख रुपए मिले हैं.
  • 2018 के आंकड़ों पर बात करें इस साल पुलिस को चालान से करीब 23 करोड़ 74 लाख रुपए मिले.
  • 2018 में कुल 95 हजार 529 चालान काटे गए. इनमें से 39 हजार 922 ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई आरटीओ को प्रस्तुत की गई.
  • दोनों सालों में सबसे ज्यादा चालान रेड लाइट जंप, तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग, वाहन चलाते समय मोबाइल प्रयोग, ड्रंक एंड ड्राइव के थे.

सड़कों हादसों पर एक नजर

साल सड़क हादसे मौत घायल
2015 1523 913 1657
2016 1591 962 1736
2017 1603 942 1631
2018 1468 1047 1571
2019 1357 868 1457

देहरादून: अब यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का चालान ई-मशीन से होगा. जिसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली है. पुलिस ने प्रदेश के सभी 13 जिलों के लिए 1200 ई-चालान मशीन खरीदी है. 26 जनवरी के बाद जिनसे प्रदेशभर में ऑन द स्पॉट चालान किया जाएगा.

ई-चालान मशीनों से कार्य लेने की तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है. जिलों में यातायात पुलिसकर्मियों को ई-चालान मशीनों के संचालन को प्रशिक्षित भी दिया गया है. ई-चालान मशीन में डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी जुर्माना दिया जा सकता है. अभी तक इस तरह की व्यवस्था देश के कुछ एक ही राज्यों में थी.

अब ऑन द स्पॉट होगा ई-चालान.

पढ़ें- CCTV देखकर सकपकाए चोर, वायर काटकर ले गए पर छोड़ गए बड़ा सबूत

ई-चालान मशीनों के पीछे की वजह नए मोटर व्हीकल एक्ट है, क्योंकि नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 80 से 90 फीसदी चालान पेपरलेस कर ई-चालान मशीन से होना अनिवार्य है.

ट्रैफिक निदेशालय के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात नियमों सख्ती से पालन कराने के लिए नए मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया गया था. जिसका असर भी देखने को मिला है. ये नए मोटर व्हीकल एक्ट का ही असर है कि बीते सालों के मुलाबले 2019 में सड़क हादसों में कमी आई है.

पढ़ें- कैदी की आत्महत्या मामले में परिजनों ने लगाये गंभीर आरोप, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

उत्तराखंड में किए गए चालान

  • 2019 के आंकड़ों पर गौर करें तो एक जनवरी से लेकर 31 जनवरी तक 13 लाख 52 हजार चालान काटे गए. इन चालानों से पुलिस को जुर्माने के तौर पर 2019 में 25 करोड़ 83 लाख रुपए मिले हैं.
  • 2018 के आंकड़ों पर बात करें इस साल पुलिस को चालान से करीब 23 करोड़ 74 लाख रुपए मिले.
  • 2018 में कुल 95 हजार 529 चालान काटे गए. इनमें से 39 हजार 922 ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई आरटीओ को प्रस्तुत की गई.
  • दोनों सालों में सबसे ज्यादा चालान रेड लाइट जंप, तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग, वाहन चलाते समय मोबाइल प्रयोग, ड्रंक एंड ड्राइव के थे.

सड़कों हादसों पर एक नजर

साल सड़क हादसे मौत घायल
2015 1523 913 1657
2016 1591 962 1736
2017 1603 942 1631
2018 1468 1047 1571
2019 1357 868 1457
Intro:summary-उत्तराखंड में पूर्ण रूप से ई-चलाना मशीन से जुर्माना वसूलेंगी ट्रैफ़िक पुलिस, क्रेडिट व डेबिट कार्ड कर सकेंगे भुगतान.. उत्तराखंड राज्य में वर्ष 2017 -18 की तुलना 2019 में नए मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के चलते... सड़क दुर्घटनाओं में 10 फ़ीसदी की कमी आई है, इसी के मद्देनजर बेहतर यातायात व्यवस्था बनाने और चालान प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के दृष्टिगत में उत्तराखंड ट्रैफिक निदेशालय द्वारा प्रदेश भर में ई e-challan मशीन द्वारा जुर्माना वसूलने की पूर्ण रूप से तैयारी है। यातायात पुलिस की कार्रवाई में आधुनिकता लाने की दिशा में ट्रैफिक निदेशालय द्वारा 1200 एडवांस टेक्नोलॉजी की e-challan मशीनें खरीद कर उसमें सॉफ्टवेयर अपलोड करने का तकनीकी कार्य अंतिम चरण पर है। आगामी 25 जनवरी 2020 के बाद प्रदेश के सभी 13 जिलों में ऑन द स्पॉट ई-चालान मशीन द्वारा जुर्माना वसूलने की कार्रवाई शत-प्रतिशत संख्या में शुरू की जाएगी।


Body:एडवांस e-challan मशीन में डेबिट क्रेडिट कार्ड से भी हो सकेगा भुगतान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालो पर अंकुश लगाने की दिशा में आने वाले दिनों में राज्यभर में नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 80 से 90 फ़ीसदी तक चालान पेपरलेस कर ई-चालान मशीन के माध्यम से ट्रैफिक पुलिस को करना अनिवार्य है। ताकि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ ही सड़क हादसों में कमी लाये सके.. प्रदेशभर में लागू होने वाली एडवांस e-challan मशीन से जुर्माने की राशि ऑन द स्पॉट डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से भी भुगतान की जा सकती है। यह व्यवस्था नई एडवांस ई- चालान में उपलब्ध है, अभी तक इस तरह की व्यवस्था देश के कुछ एक ही राज्यों ट्रैफ़िक पुलिस के पास है। इसके अलावा जुर्माने की राशि नगद भुगतान करने पर e-challan द्वारा रसीद प्राप्त होगी।


Conclusion:वही उत्तराखंड ट्रैफिक निदेशालय के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने व यातायात नियमों को प्रभाव में लाने की दिशा में आने वाले दिनों में नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के तहत सुचारू रूप से ट्रैफिक पुलिस इसे सख्ती से सड़क पर लागू करेगी। ताकि विगत वर्षों की तुलना सड़क हादसों में ज्यादा से ज्यादा कमी लाई जा सके। वर्ष 2018 -19 में मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्रवाई की सूची 1 जनवरी 2019 से 30 नवंबर 2019 तक प्रदेश भर में 13 लाख 52 हजार चालान काटे गए जिसके तहत ट्रैफिक पुलिस ने संयोजन शुल्क के रूप में 25 करोड़ 83 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया, जबकि 2018 में संयोजन शुल्क के रूप में 23 करोड़ 74 लाख रुपए चालान राशि के रूप में ट्रैफिक पुलिस द्वारा वसूले गए. वर्ष 2018 और 2019 यातायात नियम के उल्लंघन के तहत ड्राइविंग निरस्त करने की सूची रेड लाइट जंप, तेज रफ्तार, वाहन ने ओवरलोडिंग, वाहन चलाते समय मोबाइल प्रयोग, ड्रंकन ड्राइव जैसे अन्य मामलों में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने का विवरण । 1 जनवरी 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक 95 हज़ार 529 चालान काटे गए, इसमें 39 हजार 922 ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई RTO को प्रस्तुत की गई. 1 जनवरी 2019 से 30 नवंबर 2019 तक प्रदेश भर में 72 हजार 522 चालान काटे गए जिसके तहत 30 हजार 621 ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई। सड़क दुर्घटनाओं के 5 वर्षीय तुलनात्मक आंकड़े वर्ष 2015 में प्रदेशभर में 1523 सड़क हादसे हुए जिसमें 913 लोगों की मौत हुई साथ ही 1657 लोग घायल हुए। वर्ष 2016 में राज्य भर में कुल 1591 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिसमें 962 लोगों की जानें गई, जबकि 1736 लोग सड़क हादसे में इस साल घायल हुए। वर्ष 2017 में प्रदेशभर में 1603 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिसमें 942 लोगों की मौत हुई, जबकि 1631 लोग हादसे में घायल। वर्ष 2018 में कुल 1468 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिसमें 1047 लोगों की जानें गई। जबकि 1571 लोग घायल हुए। वर्ष 2019 में कुल 1357 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिसमें 868 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई। जबकि 1457 लोग इस वर्ष घायल हुए।
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