देहरादून: अब यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का चालान ई-मशीन से होगा. जिसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली है. पुलिस ने प्रदेश के सभी 13 जिलों के लिए 1200 ई-चालान मशीन खरीदी है. 26 जनवरी के बाद जिनसे प्रदेशभर में ऑन द स्पॉट चालान किया जाएगा.
ई-चालान मशीनों से कार्य लेने की तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है. जिलों में यातायात पुलिसकर्मियों को ई-चालान मशीनों के संचालन को प्रशिक्षित भी दिया गया है. ई-चालान मशीन में डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी जुर्माना दिया जा सकता है. अभी तक इस तरह की व्यवस्था देश के कुछ एक ही राज्यों में थी.
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ई-चालान मशीनों के पीछे की वजह नए मोटर व्हीकल एक्ट है, क्योंकि नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 80 से 90 फीसदी चालान पेपरलेस कर ई-चालान मशीन से होना अनिवार्य है.
ट्रैफिक निदेशालय के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात नियमों सख्ती से पालन कराने के लिए नए मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया गया था. जिसका असर भी देखने को मिला है. ये नए मोटर व्हीकल एक्ट का ही असर है कि बीते सालों के मुलाबले 2019 में सड़क हादसों में कमी आई है.
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उत्तराखंड में किए गए चालान
- 2019 के आंकड़ों पर गौर करें तो एक जनवरी से लेकर 31 जनवरी तक 13 लाख 52 हजार चालान काटे गए. इन चालानों से पुलिस को जुर्माने के तौर पर 2019 में 25 करोड़ 83 लाख रुपए मिले हैं.
- 2018 के आंकड़ों पर बात करें इस साल पुलिस को चालान से करीब 23 करोड़ 74 लाख रुपए मिले.
- 2018 में कुल 95 हजार 529 चालान काटे गए. इनमें से 39 हजार 922 ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई आरटीओ को प्रस्तुत की गई.
- दोनों सालों में सबसे ज्यादा चालान रेड लाइट जंप, तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग, वाहन चलाते समय मोबाइल प्रयोग, ड्रंक एंड ड्राइव के थे.
सड़कों हादसों पर एक नजर
साल | सड़क हादसे | मौत | घायल |
2015 | 1523 | 913 | 1657 |
2016 | 1591 | 962 | 1736 |
2017 | 1603 | 942 | 1631 |
2018 | 1468 | 1047 | 1571 |
2019 | 1357 | 868 | 1457 |