विकासनगर: उत्तराखंड सरकार भले ही प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बेहतर होने के दावे करे लेकिन धरातल पर सभी दावे खोखले नजर आते हैं. दरअसल, विकासनगर का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पंजिटिलानी सिर्फ फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है. केंद्र में डॉक्टरों की तैनाती के लिए ग्रामीणों ने कई बार शासन से गुहार लगाई लेकिन डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई. ऐसे में ग्रामीणों ने एक बार फिर डॉक्टर की तैनाती की मांग की है.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (Primary Health Centre) में डॉक्टर नहीं होने से क्षेत्र के मरीजों को विकासनगर और देहरादून जाना पड़ता है. आलम ये है कि केंद्र में सिर्फ एक डॉक्टर तैनात है. इसके साथ ही यहां तैनात वार्ड बॉय को भी कहीं अन्यत्र अटैच किया हुआ है. ग्रामीणों ने केंद्र में जल्द से जल्द से जल्द डॉक्टर की तैनाती किए जाने की मांग की है.
वहीं, ग्रामीण शांति सिंह तोमर ने बताया कि 6-7 माह महीने पहले एक डॉक्टर की तैनाती की गई थी लेकिन उस डॉक्टर की कोविड-19 में दूसरी जगह तैनाती कर दी गई. इस कारण से यहां मरीजों को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है. यह केंद्र करीब 50 गांवों का केंद्र बिंदु है. उन्होंने कहा कि मात्र एक फार्मासिस्ट के भरोसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है.
पढ़ें- आज दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक-सरकारी स्कूलों को देखेंगे कोठियाल, BJP-कांग्रेस के नेताओं को भी न्योता
वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कालसी की प्रभारी डॉ. गरिमा भट्ट का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पंजिटिलानी में एक फार्मासिस्ट की तैनाती की हुई है, जो पूरे सप्ताह ड्यूटी पर तैनात है. ग्रामीणों ने कई बार डॉक्टर की मांग की है. ऐसे में एक हफ्ते के भीतर डॉक्टर की तैनाती की जाएगी.