देहरादून: राजधानी में जाम से निजात दिलाने और यातायात को दुरुस्त करने के लिए वन-वे ट्रैफिक प्लान का ट्रायल किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य यातायात व्यवस्था को और बेहतर करने के साथ ही पूर्व में किए गए ट्रायल में पाई गई कमियों को दूर करना है. साथ ही नए यातायात प्लान को लागू करके देखना है कि स्ट्रक्चर डिजाइन बदलने की आवश्यकता है या नहीं, लेकिन वन-वे प्लान के ट्रायल के दौरान यातायात व्यवस्था से काफी बेहतर परिणाम देखने को मिले. जिसके बाद डीआईजी ने आगामी सोमवार तक यातायात प्लान को निरंतर जारी रखने का निर्णय लिया है.
सोमवार को यातायात प्लान की दोबारा से समीक्षा की जाएगी और इस दौरान यातायात संचालन में यदि कोई स्ट्रक्चर सुधार की आवश्यकता पड़ती है तो उसे सुधार करने के बाद यातायात प्लान तैयार करके वन वे यातायात प्लान को लागू किया जाएगा.
आज नए वन- वे यातायात प्लान के ट्रायल से पहले पुलिस द्वारा वन-वे किए गए सभी चौराहों पर यातायात के सुचारू संचालन के लिए समुचित प्रबंध किए गए. जिसके तहत सभी चौराहों पर बड़े-बड़े फ्लेक्सी बोर्ड के माध्यम से आने-जाने के रूट और सांकेतिक चिन्ह के माध्यम से वाहनों को जानकारी दी गई.
इसके अलावा ऐसे चौराहों जहां सड़क पर लगे डिवाइडरों से यातायात के संचालन में बाधा उत्पन्न हो रही थी उन स्थानों से डिवाइडरों को हटाकर यातायात का संचालन किया गया. वन-वे प्लान के ट्रायल के दौरान एसपी सिटी को एमकेपी चौक, एसपी ट्रैफिक यातायात को सर्वे चौक, क्षेत्राधिकारी यातायात को ग्लोब चौक, क्षेत्राधिकारी डालनवाला को बहल चौक, सीओ सिटी को दर्शन लाल चौक, क्षेत्राधिकारी मसूरी को हरिद्वार रोड और सीओ सिटी सदर को ओरिएंट चौक पर यातायात संचालन के लिए नियुक्त किया गया था.
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डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि आज के वन-वे ट्रैफिक प्लान के ट्रायल के दौरान यातायात व्यवस्था से काफी बेहतर परिणाम मिलने के बाद आगामी सोमवार तक यातायात प्लान को निरंतर जारी रखने का निर्णय लिया गया है. साथ ही निदेशक यातायात केवल खुराना द्वारा यातायात ड्यूटी में नियुक्त सभी अधिकारी और कर्मचारियों को 5,000 रुपए पुरस्कार देने की घोषणा की.