देहरादूनः आगामी 23 अगस्त से उत्तराखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू होने जा रहा है. इस बार विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल एक नया प्रयोग करने जा रहे हैं, जिसके तहत सत्र के आखिरी में एक दिन पूरा सतत विकास के नाम पर समर्पित किया जाएगा. इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर विकास को लेकर चर्चा करेंगे.
संसदीय परंपराओं में उत्तराखंड की विधानसभा ने हर बार एक नया आयाम स्थापित करने की कोशिश की है. बात चाहे देशभर के पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन की हो या फिर पहली बार प्रयोग करने जा रहे विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के सतत विकास कार्यक्रम की. ऐसा पहली दफा होगा जब सत्र के दौरान पूरा एक दिन प्रदेश के सतत विकास को लेकर समर्पित किया जाएगा.
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विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि 23 अगस्त से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र के लिए निर्धारित समय के बाद पूरा एक दिन प्रदेश के सतत विकास को लेकर समर्पित किया जाएगा. यह कार्यक्रम सत्र के कामकाज के पूरा होने के बाद किया जाएगा. इसमें पूरा 1 दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक मिलकर प्रदेश के सतत विकास को लेकर चर्चा परिचर्चा करेंगे.
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उन्होंने कहा कि इस चर्चा से जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उसे प्रदेश के विकास के लिए उपयोग में लाया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इस सतत विकास कार्यक्रम में सत्ता और विपक्ष कोई मायने नहीं होगा. हर कोई अपने सुझाव इस कार्यक्रम में दे सकता है. उनके सुझाव को उचित समझा जाएगा और प्रदेश के विकास के लिए सभी सुझावों को रखा जा सकता है.