देहरादून: उत्तराखंड सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही है. नया मामला देहरादून से है. आरोप है कि दून अस्पताल में डॉक्टर्स और नर्स की लापरवाही से एक बुजुर्ग महिला ने अस्पताल के शौचालय में ही दम तोड़ दिया. वहीं, दून अस्पताल के उप शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में तत्काल प्रभाव से एक्शन लिया जाएगा.
दून अस्पताल में एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि सत्या सूरी नाम की एक बुजुर्ग महिला दून अस्पताल के वार्ड नंबर 16 में 23 नवंबर को भर्ती हुई थी. आज जब महिला शौचालय में गई तो अचानक गिर गई. जिसके बाद उसके बेटे ने नर्स को बुलाया, लेकिन वहां पहुंची दो नर्सों में से किसी ने भी मरीज को उठाने में कोई भी सहायता नहीं की. वहीं, आरोप है कि मौके पर पहुंचे डॉक्टर ने भी सही तरीके से महिला का इलाज नहीं किया, जिसकी वजह से कुछ समय बाद ही महिला की मौके पर मौत हो गई.
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मृतका के बेटे ने आरोप लगाया कि आज जब उनकी मां शौचालय गई तो उनके मुंह से खून निकलने लगा. जिसके बाद वह मां को वहीं छोड़कर नर्स को बुलाने गया. जिसके बाद वहां दो नर्सें आईं, लेकिन दोनों ने उनकी मां को उठाने से मना कर दिया. साथ ही बुजुर्ग महिला के बेटे ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने भी उनकी मां का सही तरीके से इलाज नहीं किया. जिसकी वजह से डॉक्टर की लापरवाही से उनकी मौत हो गई. वहीं, इस मामले में उप चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एनएस खत्री ने कहा कि जो भी दोषी होगा, उनके ऊपर तत्काल प्रभाव से एक्शन लिया जाएगा.