देहरादून: सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) को लेकर कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टुडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) विरोध में उतर आई है. इसको लेकर संगठन ने आज राजधानी देहरादून में विरोध प्रदर्शन किया. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने छात्र नेता हिमांशु रावत के नेतृत्व में यूजीसी द्वारा उत्तराखंड में लागू हुई सीयूसीईटी का विरोध करते हुए केंद्र सरकार का पुतला दहन किया.
इससे पहले एनएसयूआई कार्यकर्ता कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में एकत्रित हुए. उसके बाद राजीव भवन के मुख्य द्वार पर विरोध स्वरूप केंद्र सरकार का पुतला दहन करते हुए जोरदार नारेबाजी की गई. हिमांशु रावत ने कहा सीयूसीईटी (सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) के अनुसार प्रदेश के जो भी महाविद्यालय केंद्रीय विद्यालय के अंतर्गत आते हैं उन सभी महाविद्यालयों में प्रथम वर्ष में दाखिला पाने के लिए (UG,PG) हर छात्र को प्रवेश परीक्षा देना अनिवार्य होगा. उसी आधार पर दाखिले किए जाएंगे.
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उन्होंने कहा उत्तराखंड एक पहाड़ी राज्य है. यहां के सरकारी विद्यालयों में निजी विद्यालयों की तुलना में शिक्षा की गुणवत्ता बहुत कम है. उस हिसाब से अगर पहाड़ के विद्यालयों से पढ़ा हुआ छात्र आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड से निकले हुए छात्रों के साथ परीक्षा देगा तो औसतन उत्तराखंड बोर्ड के छात्र शिक्षा की गुणवत्ता के कारण पीछे रह जाएंगे. ऐसे में वह गरीब और असहाय छात्र आखिर कहां जाएंगे.
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उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा का निजीकरण करने में लगी हुई है. एनएसयूआई छात्र नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इसमें इंप्लीमेंट नहीं किए जाएंगे तो इससे भी बड़ा आंदोलन प्रदेश और देश के स्तर पर किया जाएगा.