देहरादून: सूबे के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने शनिवार को टॉप एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट्स) खाता धारकों के साथ बैठक की. बैठक में सामने आया कि 20 एनपीए खाता धारक ऐसे हैं, जिनका कुल एनपीए 300 करोड़ रुपए है.
एनपीए वसूली को लेकर हुई समीक्षा बैठक के बाद सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सहकारिता बैंकों के 30 लाख खातों धारकों को कुल एनपीए 600 करोड़ है, लेकिन चौंकाने वाले वाली बात ये है कि 600 करोड़ रुपए में 300 करोड़ रुपए मात्र बीस खाता धारकों का है. जिनके साथ सहकारिता मंत्री रावत ने बैठक की.
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बैठक में इन 20 खाता धारकों (कंपनियों के मालिकों) को सख्त हिदायत दी गई है कि यदि उन्होंने 30 मार्च तक अपना एनपीए नहीं जमा किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सहकारिता मंत्री रावत के मुताबिक ये सब एनपीए कोरोना काल से पहले का है.
सहकारिता मंत्री रावत ने बताया कि टॉप 20 एनपीए खाता धारक (कंपनियां) ऐसी है जिनका एनपीए साल 2017 यानी मौजूदा बीजेपी सरकार के आने से भी पहले का बढ़ा हुआ है. यह जांच का विषय है कि किन अधिकारियों के इशारे पर इन कंपनियों का एनपीएम बढ़ाया गया. इस मामले में जिसका भी नाम सामने आया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.