ETV Bharat / state

600 करोड़ रुपए पहुंचा सहकारी बैंकों का NPA, मात्र 20 खाता धारक ही दबाए बैठे हैं 300 करोड़ - सहकारी बैंकों को लेकर समीक्षा बैठक

सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने समीक्षा बैठक में एनपीए धारकों को वसूली के लिए सख्त हिदायत दी है. यदि उन्होंने समय सीमा के अंदर अपने पैसे जाम नहीं किया तो उसने खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत
सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत
author img

By

Published : Jan 2, 2021, 7:48 PM IST

देहरादून: सूबे के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने शनिवार को टॉप एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट्स) खाता धारकों के साथ बैठक की. बैठक में सामने आया कि 20 एनपीए खाता धारक ऐसे हैं, जिनका कुल एनपीए 300 करोड़ रुपए है.

मात्र 20 खाता धारक ही दबाए बैठे हैं 300 करोड़.

एनपीए वसूली को लेकर हुई समीक्षा बैठक के बाद सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सहकारिता बैंकों के 30 लाख खातों धारकों को कुल एनपीए 600 करोड़ है, लेकिन चौंकाने वाले वाली बात ये है कि 600 करोड़ रुपए में 300 करोड़ रुपए मात्र बीस खाता धारकों का है. जिनके साथ सहकारिता मंत्री रावत ने बैठक की.

पढ़ें- DRDO के डायरेक्टर जनरल पहुंचे पतंजलि योगपीठ, शोध कार्यों को सराहा

बैठक में इन 20 खाता धारकों (कंपनियों के मालिकों) को सख्त हिदायत दी गई है कि यदि उन्होंने 30 मार्च तक अपना एनपीए नहीं जमा किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सहकारिता मंत्री रावत के मुताबिक ये सब एनपीए कोरोना काल से पहले का है.

सहकारिता मंत्री रावत ने बताया कि टॉप 20 एनपीए खाता धारक (कंपनियां) ऐसी है जिनका एनपीए साल 2017 यानी मौजूदा बीजेपी सरकार के आने से भी पहले का बढ़ा हुआ है. यह जांच का विषय है कि किन अधिकारियों के इशारे पर इन कंपनियों का एनपीएम बढ़ाया गया. इस मामले में जिसका भी नाम सामने आया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

देहरादून: सूबे के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने शनिवार को टॉप एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट्स) खाता धारकों के साथ बैठक की. बैठक में सामने आया कि 20 एनपीए खाता धारक ऐसे हैं, जिनका कुल एनपीए 300 करोड़ रुपए है.

मात्र 20 खाता धारक ही दबाए बैठे हैं 300 करोड़.

एनपीए वसूली को लेकर हुई समीक्षा बैठक के बाद सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सहकारिता बैंकों के 30 लाख खातों धारकों को कुल एनपीए 600 करोड़ है, लेकिन चौंकाने वाले वाली बात ये है कि 600 करोड़ रुपए में 300 करोड़ रुपए मात्र बीस खाता धारकों का है. जिनके साथ सहकारिता मंत्री रावत ने बैठक की.

पढ़ें- DRDO के डायरेक्टर जनरल पहुंचे पतंजलि योगपीठ, शोध कार्यों को सराहा

बैठक में इन 20 खाता धारकों (कंपनियों के मालिकों) को सख्त हिदायत दी गई है कि यदि उन्होंने 30 मार्च तक अपना एनपीए नहीं जमा किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सहकारिता मंत्री रावत के मुताबिक ये सब एनपीए कोरोना काल से पहले का है.

सहकारिता मंत्री रावत ने बताया कि टॉप 20 एनपीए खाता धारक (कंपनियां) ऐसी है जिनका एनपीए साल 2017 यानी मौजूदा बीजेपी सरकार के आने से भी पहले का बढ़ा हुआ है. यह जांच का विषय है कि किन अधिकारियों के इशारे पर इन कंपनियों का एनपीएम बढ़ाया गया. इस मामले में जिसका भी नाम सामने आया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.