देहरादून: चंपावत उपचुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दोगुनी ताकत के साथ सरकार की कमान संभालते हुए नजर आएंगे. इस बात के संकेत धामी ने अपने संबोधन में देते रहे हैं. खास बात यह है कि आने वाले दिनों में शासन से लेकर योजनाओं के लिए नीतियों तक में कुछ बड़े बदलाव और संशोधनों को भी देखा जाएगा.
विधानसभा चुनाव में बीजेपी की एतिहासिक जीत: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में भले ही भाजपा ने शानदार जीत हासिल कर सरकार बनाई हो, लेकिन भाजपा सरकार अपनी ताकत और बड़े फैसलों का संदेश अब देना शुरू करेगी. जी हां, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिस तरह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को रौंदते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, उसके बाद उम्मीद की जा रही है कि सीएम धामी एक नए रूप में दिखाई देंगे.
ताबड़तोड़ बैटिंग करते दिखेंगे धामी: मुख्यमंत्री का यह नया रूप उनके फैसलों से जुड़ा होगा. यही नहीं नीतियों और घोषणा पत्र में मौजूद वादों को लेकर भी ताबड़तोड़ बैटिंग करने की कोशिश मुख्यमंत्री की तरफ से की जाएगी. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स भी कुछ इन्हीं बातों का इजहार कर रहे हैं.
शासन में बड़े उलटफेर की संभावना: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जीत के बाद सबसे पहला फैसला शासन में आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के साथ ही आईएफएस अधिकारियों में भारी उलटफेर के रूप में दिखाई दे सकता है. उधर चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री ने जिस तरह आरटीओ कार्यालय पहुंचकर आरटीओ को सस्पेंड करने के आदेश देकर ट्रेलर दिखाया, उसकी पूरी फिल्म अब मुख्यमंत्री जनता के सामने रख सकते हैं.
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भ्रष्ट अधिकारियों पर गिरेगी गाज: माना जा रहा है कि जिस तरह से भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों से जुड़े मामले एक के बाद एक चर्चाओं में आ रहे हैं, उस पर सीएम धामी कुछ अधिकारियों पर गाज भी गिरा सकते हैं. मुख्यमंत्री की चुनाव के बाद तीसरी प्राथमिकता योजनाओं को लेकर तेजी लाने से जुड़ी होगी. जिसमें योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश देकर योजनाओं की प्रगति पर काम किया जाएगा.
घोषणापत्र को पूरा करने की प्राथमिकता: विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करना भी सरकार की प्राथमिकता है. लिहाजा, अब चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री इस दिशा में तेजी से काम करेंगे. इसके संकेत मुख्यमंत्री ने सरकार गठित होने के बाद तीन मुफ्त गैस सिलेंडर अंत्योदय परिवारों को देने और यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर समिति गठित करने के फैसले के रूप में दिया है. अब बाकी वादों पर भी तेजी से काम दिखाई दे सकता है. भाजपा ने भले ही मुख्यमंत्री के नए कलेवर की बात कहकर बड़े फैसले लिए जाने की बात कह रही हो, लेकिन कांग्रेस का इसको लेकर अपना ही तर्क है.
कांग्रेस का सरकार पर हमला: कांग्रेस प्रदेश महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव जीतकर भी कोई बड़ा फैसला लेने की स्थिति में नहीं दिखाई दे रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उनका अब तक का कार्यकाल शून्य रहा है. उधर मुख्यमंत्री जिन फैसलों को लेते हैं, उसे रोल बैक कर लेते हैं. हाल ही में गैरसैंण में विधानसभा सत्र की बात कहकर उसे रोल बैक कर देहरादून में करवाया जा रहा है. इतना ही नहीं सरकार के मंत्री ही पुष्कर धामी को मुख्यमंत्री नहीं मानते, लिहाजा वह कोई चमत्कार कर पाएंगे ऐसा नहीं दिखाई देता.