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सावधान! फल नहीं केमिकल खरीद रहे हैं आप, खाने से पहले जरूर पढ़ें ये खुलासा

बिना मौसम के बाजार में बिक रही फल-सब्जियों से खुद को बचाएं. रसायनों का इस्तेमाल कर पकाये जाने वाले फल कर सकते हैं आपको बीमार.

फल नहीं केमिकल खरीद रहे हैं आप.
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Published : Jun 2, 2019, 5:50 PM IST

देहरादून: बाजारों में आजकल बेमौसमी फल और सब्जियां देखने को मिल रही हैं. जिसे खाना आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है. ऐसे फल और सब्जी जो सीजनल नहीं होते हैं उन्हें रसायनों का इस्तेमाल कर पकाया जाता है. इसके अलावा इन्हें ताजा रखने और दिखाने के लिए मोम और केमिकल्स की पॉलिश भी की जाती है. फलों पर की गई पॉलिश, पीलिया और आंतों से संबंधी बीमारियों का बहुत बड़ा कारण है.

फल नहीं केमिकल खरीद रहे हैं आप

डॉक्टरों का साफ कहना है कि अगर कोई आउट ऑफ सीजन फल खाता है तो वो उनके लिए घातक साबित हो सकता है. इनदिनों बाजार आम, केले और लीची से सजे हुए हैं. इन फलों को कारोबारी समय से पहले ही कैल्शियमकार्बाइड से पका कर बाजार में बेच रहे हैं. इनमें कुछ कोल्ड स्टोरेज के फ्रूट भी हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हैं. आम, लीची पहली बारिश के बाद ही स्वत: पकती है. लेकिन, मार्केट में फलों को उतारने की जल्दी में लोग रसायनों का इस्तेमाल कर समय से पहले ही फलों को बेच रहे हैं.

पढ़ें- देवभूमि में मौसम विभाग का अलर्ट, ओलावृष्टि और आंधी की चेतावनी

सीनियर फिजीशियन डॉक्टर केसी पंत का कहना है कि लोगों को सीजनल फल ही खाना चाहिए. आजकल हर फल हर सीजन में मिल रहे हैं, जिसका फायदा फल कारोबारी गलत केमिकल का इस्तेमाल कर बाजार तक पहुंचा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि आम का सीजन अभी भी नहीं आया है, लेकिन बाजार आमों से भरा पड़ा है. सेब के ऊपर पोलिश लगाकर उसकी चमक लंबे समय तक बरकरार रखने की कोशिश फल कारोबारी कर रह हैं. इसके अलावा फलों में इंजेक्शन लगाकर भी उन्हें पकाया या उनका आकार बढ़ाया जाता है. इस तरह के फल खाकर ही लोगों में बीमारी ज्यादा हो रही है.

पढ़ें- अभिनेत्री नेहा धूपिया को भाया देहरादून, पसंद आई यहां की कोल्ड कॉफी और ब्रेड पकौड़ा

केसी पंत ने बताया कि कार्बाइड या फिर अन्य रसायन जो आम, केले और सेब पकाने में इस्तेमाल होते हैं उनसे पके फलों को खाने से उल्टी दस्त होती है. साथ ही किडनी को भी नुकसान पहुंचता है. कई बार तो इन रसायनों का दुष्परिणाम कैंसर के रूप भी ले लेता है.

देहरादून: बाजारों में आजकल बेमौसमी फल और सब्जियां देखने को मिल रही हैं. जिसे खाना आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है. ऐसे फल और सब्जी जो सीजनल नहीं होते हैं उन्हें रसायनों का इस्तेमाल कर पकाया जाता है. इसके अलावा इन्हें ताजा रखने और दिखाने के लिए मोम और केमिकल्स की पॉलिश भी की जाती है. फलों पर की गई पॉलिश, पीलिया और आंतों से संबंधी बीमारियों का बहुत बड़ा कारण है.

फल नहीं केमिकल खरीद रहे हैं आप

डॉक्टरों का साफ कहना है कि अगर कोई आउट ऑफ सीजन फल खाता है तो वो उनके लिए घातक साबित हो सकता है. इनदिनों बाजार आम, केले और लीची से सजे हुए हैं. इन फलों को कारोबारी समय से पहले ही कैल्शियमकार्बाइड से पका कर बाजार में बेच रहे हैं. इनमें कुछ कोल्ड स्टोरेज के फ्रूट भी हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हैं. आम, लीची पहली बारिश के बाद ही स्वत: पकती है. लेकिन, मार्केट में फलों को उतारने की जल्दी में लोग रसायनों का इस्तेमाल कर समय से पहले ही फलों को बेच रहे हैं.

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सीनियर फिजीशियन डॉक्टर केसी पंत का कहना है कि लोगों को सीजनल फल ही खाना चाहिए. आजकल हर फल हर सीजन में मिल रहे हैं, जिसका फायदा फल कारोबारी गलत केमिकल का इस्तेमाल कर बाजार तक पहुंचा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि आम का सीजन अभी भी नहीं आया है, लेकिन बाजार आमों से भरा पड़ा है. सेब के ऊपर पोलिश लगाकर उसकी चमक लंबे समय तक बरकरार रखने की कोशिश फल कारोबारी कर रह हैं. इसके अलावा फलों में इंजेक्शन लगाकर भी उन्हें पकाया या उनका आकार बढ़ाया जाता है. इस तरह के फल खाकर ही लोगों में बीमारी ज्यादा हो रही है.

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केसी पंत ने बताया कि कार्बाइड या फिर अन्य रसायन जो आम, केले और सेब पकाने में इस्तेमाल होते हैं उनसे पके फलों को खाने से उल्टी दस्त होती है. साथ ही किडनी को भी नुकसान पहुंचता है. कई बार तो इन रसायनों का दुष्परिणाम कैंसर के रूप भी ले लेता है.

Intro: बाज़ारों में आप सभी तरह के फल देखने को मिल रहे है लेकिन आपको यह नही पता है की बाजार में बिकने वाले कुछ फल जो सीजनल नही है उनको ले कर खाने पर आप अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे है।क्योंकि फल विक्रता लोगो की मांग पर फलों को जल्द पका कर बाजार में बेचते है।और लोग फलों भी हर सीजन में हर तरह का फल चाइए।लेकिन डॉक्टर का साफ कहना है की अगर कोई आउट ऑफ सीजन फल खाता है तो उसको घातक बीमारी हो सकती है।इसलिए बाजार में बिकने वाले सीजनल फल से ही आपकी सेहत बन सकती है।


Body:बाजार में बिकने वाले फल जहां एक ओर लोगों को ललचा रहे हैं और हर कोई रेडी पर सजे आम,केले ओर लीची की ओर आकर्षित हो रहे हैं।वह ही लोग अपनी ही सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं क्योंकि उन लोगों को पता नहीं है कि बेमौसम से बिकने वाले फलों को व्यापारी कार्बेट और केमिकल से पकाकर है।यहां तक सेब को पॉलिश लगाकर चमकीला बनाकर लोगों खिला रहे हैं।लोगो को हर मौसम में हर तरह के फल खाने की इच्छा जताते है और उसी का ही फायदा आज तक फल विक्रता उठाते आ रहे है।और अपनी जेब भर कर लोगो की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे है।


Conclusion:सीनियर फिजीशियन डॉक्टर के सी पंत का कहना है की लोगो को इस बात का एहसास होना चाइए की सीजनल फल को ही खाना चाइए।लोग उम्मीद करते है कि हर फल हर सीजन में मिल सके उसी का फायदा उठाकर फल बेचने वाले गलत काम करते है और फल को जल्दी पकाने के लिए कई तरह से पकाते है।जिससे फल पकाए जाते है वह शरीर के लिए काफी नुकसान देने वाले कैमिकल होते है।हाल में ही अभी आम का सीजन नही आया है लेकिन आम को पकाने के कार्बाइड में पकाते है।सेब के ऊपर पोलिश लगा कर चमकना चाहते है।ऐसे कई फल है जिन्हें इंजेक्शन लगाकर समय से पहले पकाया जाता है।और इस तरह के फल खा कर लोग अपनी ज़िंदगी को दांव पर लगा रहे है।सभी को मौसमी फल ही खाने के साथ अच्छी जगह से खरीद कर ही फल खाये।क्योंकि कार्बाइड या फिर अन्य तत्व जो आम,केले ओर सेब पकाने में प्रयोग करते हैं और इस तरह के फल खाने से शुरू में तो उल्टी दस्त होता है और बाद में किडनी का नुकसान भी होता है।और कई मामलों में कैंसर का रूप भी ले लेता है।हमारी सबसे अपील है कि ताज़े फल दिखाए साथ सीजनल फल ही खाना चाइये।

बाइट-डॉक्टर के सी पंत(सीनियर फिजीशियन)

बाइट ओर विसुल मेल किये है।मेल से उठाने की कृपा करें।

धन्यवाद।
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