देहरादून: पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए इन दिनों राजधानी की सड़कों पर करीब 1800 ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं. लेकिन चालकों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि पूरे शहर में ई-रिक्शे को व्यवस्थित तरीके से खड़े करने के लिए कोई स्टैंड नहीं है. इसकी वजह से चालक अपनी ई-रिक्शा को सड़क किनारे खड़ा करते हैं, जिससे जाम की स्थिति बन जाती.
देहरादून के ई-रिक्शा चालक से जब ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने बताया स्टैंड ने होने की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोई विकल्प न होने की वजह से वो ई-रिक्शा को सड़क किनारे ही खड़ा कर देते हैं. इस वजह से आये दिन उनका चालान काटा जाता है.
ई-रिक्शा चालक ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि पहले तो उनकी आमदनी काफी कम है, ऐसे में नो पार्किंग जोन में वाहन खड़े होने की वजह से आये दिन उनसे 500 रुपये तक का चालान वसूला जाता है. ई रिक्शा चालक ने कहा कि ये उनके साथ सरासर धोखा है. इतनी आमदनी दिनभर नहीं हो पाती है जितना सरकार चालान काट रही है.