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फाइलों के जाल में उलझ कर रह गई वाई-शेप फ्लाईओवर की जांच - सीएम त्रिवेंद्र

देहरादून आईएसबीटी स्थित वाई शेप फ्लाईओवर का डिजाइन शुरू से ही विवादों में घिरा हुआ है. गलत डिजाइन गलत होने के साथ-साथ तकनीकी रूप से भी इसके निर्माण में खामियां बताई गई थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे. लेकिन अबतक जांच सिर्फ राम भरोसे चल रही है.

वाई-शेप फ्लाईओवर
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Published : Jul 18, 2019, 10:00 PM IST


देहरादून: आईएसबीटी स्थित वाई-शेप फ्लाईओवर की जांच मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है. फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में विवाद सामने आने के बाद मामले की जांच के लिए समिति गठित की गई थी. लेकिन जांच पड़ताल के नाम पर अबतक सिर्फ खानापूर्ति ही की गई है. जिसके बाद अब मुख्य अधिशासी अभियंता द्वारा जांच समिति को अगले एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट दस्तावेजों सहित जमा करने के निर्देश दिये हैं.

बता दें कि अपने उद्घाटन के बाद से विवादों में आये इस फ्लाई ओवर की जांच लिए मुख्य अधिशासी अभियंता द्वारा बनाई गई जांच समिति को तय समय में फ्लाईओवर की जांच पूरी करनी थी. तकनीकी रूप से कई तरह की खामियों के साथ बने इस फ्लाईओवर में दुर्घटनाओं की संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे. लेकिन आज यह जांच दस्तावेजों में उलझ कर रह गई है.

पढे़ं- 4200 करोड़ रुपये से होगा उत्तराखंड के 17 शहरों का 'कायाकल्प', ऋषिकेश को मिलेंगे 2100 करोड़

बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर की जांच समिति को निर्माण कार्य के डिजाइन व अन्य दस्तावेज खोजने में ही कई दिन बीत चुके हैं. ऐसे में जांच फिलहाल भगवान भरोसे नजर आ रही है. जिसके बाद अब उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा जांच समिति को एक सप्ताह के भीतर जांच दस्तावेज व पत्रावली जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.

देहरादून आईएसबीटी स्थित इस वाई शेप फ्लाईओवर का उद्घाटन पिछले जुलाई माह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया था. लेकिन इस फ्लाईओवर का डिजाइन गलत होने के साथ-साथ तकनीकी रूप से भी इसके निर्माण में खामियां बताई गई थी.

बता दें कि देहरादून में अबतक 5 फ्लाईओवरों का निर्माण हो चुका है. लगभग सभी फ्लाईओवरों में तकनीकी रूप से कई तरह की खामियां पाई गई हैं. जिसके चलते हादसों की आशंका लगातार बनी हुई है. बल्लीवाला फ्लाई ओवर में तकनीकी खामियों के चलते कई लोगों की मौत भी हो चुकी है.


देहरादून: आईएसबीटी स्थित वाई-शेप फ्लाईओवर की जांच मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है. फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में विवाद सामने आने के बाद मामले की जांच के लिए समिति गठित की गई थी. लेकिन जांच पड़ताल के नाम पर अबतक सिर्फ खानापूर्ति ही की गई है. जिसके बाद अब मुख्य अधिशासी अभियंता द्वारा जांच समिति को अगले एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट दस्तावेजों सहित जमा करने के निर्देश दिये हैं.

बता दें कि अपने उद्घाटन के बाद से विवादों में आये इस फ्लाई ओवर की जांच लिए मुख्य अधिशासी अभियंता द्वारा बनाई गई जांच समिति को तय समय में फ्लाईओवर की जांच पूरी करनी थी. तकनीकी रूप से कई तरह की खामियों के साथ बने इस फ्लाईओवर में दुर्घटनाओं की संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे. लेकिन आज यह जांच दस्तावेजों में उलझ कर रह गई है.

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बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर की जांच समिति को निर्माण कार्य के डिजाइन व अन्य दस्तावेज खोजने में ही कई दिन बीत चुके हैं. ऐसे में जांच फिलहाल भगवान भरोसे नजर आ रही है. जिसके बाद अब उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा जांच समिति को एक सप्ताह के भीतर जांच दस्तावेज व पत्रावली जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.

देहरादून आईएसबीटी स्थित इस वाई शेप फ्लाईओवर का उद्घाटन पिछले जुलाई माह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया था. लेकिन इस फ्लाईओवर का डिजाइन गलत होने के साथ-साथ तकनीकी रूप से भी इसके निर्माण में खामियां बताई गई थी.

बता दें कि देहरादून में अबतक 5 फ्लाईओवरों का निर्माण हो चुका है. लगभग सभी फ्लाईओवरों में तकनीकी रूप से कई तरह की खामियां पाई गई हैं. जिसके चलते हादसों की आशंका लगातार बनी हुई है. बल्लीवाला फ्लाई ओवर में तकनीकी खामियों के चलते कई लोगों की मौत भी हो चुकी है.

Intro:summary_ आईएसबीटी स्थित वाई शेप फ्लाईओवर की जांच ठंडे बस्ते में, मुख्यमंत्री आदेश के बावजूद जांच की कार्रवाई दस्तावेजों में उलझ कर रह गई, अधिशासी अभियंता द्वारा बनाई गई जांच समिति पर उठे सवाल।


देहरादून आईएसबीटी स्थित वाईशेप फ्लाईओवर की जांच मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद ठंडे बस्ते पर नजर आ रही है, जबकि उद्घाटन के बाद से विवादों में आये इस फ्लाईओवर जांच लिए मुख्य अधिशासी अभियंता द्वारा बनाई गई जांच समिति को तय समय में फ्लाईओवर की जांच पूरी करनी थी। तकनीकी रूप से कई तरह की खामियों के साथ बने इस फ्लाईओवर में दुर्घटनाओं की संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे। लेकिन यह जांच दस्तावेजों में उलझ कर रह गई है। बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर की जांच समिति को निर्माण कार्य के डिजाइन व अन्य दस्तावेज खोजने में ही कई दिन बीत चुके हैं ऐसे में जांच फिलहाल भगवान भरोसे नजर आ रही है।


Body:उधर फ्लाईओवर की जांच के कार्रवाई में कोताही बरतने के बाद उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा जांच समिति को एक सप्ताह के भीतर जांच दस्तावेज व पत्रावली को जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।

देहरादून आईएसबीटी स्थित इस वाई शेप फ्लाईओवर का उद्घाटन पिछले जुलाई माह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया था लेकिन इस फ्लाईओवर का डिजाइन गलत होने के साथ-साथ तकनीकी रूप से निर्माण में खामियों को देखते हुए इसमें हादसों को लेकर चिंता जताई गई थी।


Conclusion:देहरादून में अब तक 5 फ्लाईओवर का निर्माण हो चुका है और सभी लगभग सभी फ्लाईओवर में तकनीकी रूप से कई तरह की खामियां पाई गई हैं जिसके चलते हादसों की आशंका लगातार बनी हुई है। बल्लीवाला फ्लाईओवर में तकनीकी खामी के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में आईएसबीटी वाई शेप फ्लाईओवर में भी पहले दिन से निर्माण कार्य में विवाद सामने आने के बाद इसकी जांच समिति को दी गई थी लेकिन जांच पड़ताल के नाम पर खानापूर्ति करते हुए संबंधित अधिकारियों द्वारा यह जांच दस्तावेजों में उलझ कर रह गई है।
अब एक बार फिर मुख्य अधिशासी अभियंता द्वारा जांच समिति को अगले 1 सप्ताह में जांच रिपोर्ट दस्तावेजों सहित जमा करने के निर्देश हुए हैं।




pls note_input_महोदय, यह किरण कांत शर्मा का मोजो मोबाइल हैं,जिसे मैं (परमजीत सिंह )इसे इस्तेमाल कर रहा हूं। मेरा मोजो मोबाइल खराब हो गया हैं, ऐसे मेरी स्टोरी इस मोजो से भेजी जा रही हैं.. ID 7200628












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