देहरादून: स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत विकास कार्य और अन्य योजना से शहर को नया रूप दिया जा रहा है लेकिन योजना में आग बुझाने के इंतजाम को लेकर कोई प्लान नहीं किया गया है. शहर में लगे 68 फायर हाईड्रेंट खराब हो चुके हैं. वहीं, स्मार्ट सिटी ने आग बुझाने के संसाधनों की आवश्यकता पर नहीं सोचा है. अग्निशमन विभाग ने स्मार्ट सिटी से जानकारी ली तो स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में फायर हाईड्रेंट लगाने की व्यवस्था नहीं है. अब सवाल यह उठता है कि आग लगने की स्थिति में अग्निशमन विभाग पानी की व्यवस्था कहां से करेगा.
पहले देहरादून शहर में 68 फायर हाईड्रेंट थे. लेकिन देहरादून में सड़क निर्माण और नियोजित विकास के चलते 68 फायर हाईड्रेंट सड़कों के नीचे दब गए हैं. वर्तमान में सिर्फ दो ही फायर हाईड्रेंट काम कर रहे हैं. वर्तमान में 94 फायर हाईड्रेंट लगाने के लिए पत्राचार किया जा रहा है. शासन द्वारा अनुमति मिलेगते ही फायर हाईड्रेंट लगने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. फायर उपनिदेशक संदीप राणा ने बताया है की स्मार्ट सिटी के तहत 15 फायर हाईड्रेंट लगाने का प्रस्ताव हुआ है.
इन जगहों पर लगाने हैं फायर हाईड्रेंट
- डीबीएस कॉलेज के पास
- जीजीआईसी राजपुर रोड
- दून क्लब
- न्यू सर्वे रोड
- तहसील
- ओल्ड सर्वे चौक
- अंसारी रोड
- फायर स्टेशन के अंदर
- आराघर चौक
- घंटा घर चौक
- सीएनआई स्कूल
- नगर कोतवाली
- राजा रोड चौक
- दर्शनी चौक
- हिन्दू नेशनल स्कूल के पास खुड़बुड़ा
स्मार्ट सिटी के तहत फायर हाईड्रेंट लगाने का प्रस्ताव नहीं- सुरेश चंद्र
अग्निशमन अधिकारी सुरेश चंद्र ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत कोई भी फायर हाईड्रेंट लगाने का प्रस्ताव नहीं है. स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि फायर हाईड्रेंट लगाने की प्रक्रिया प्रोजेक्ट में नहीं है, जबकि जैसा राजधानी क्षेत्र है. वर्तमान में उसमें अधिक से अधिक फायर हाईड्रेंट होने चाहिए, जिससे की बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए अग्नि की घटनाएं हैं. उन पर समय से काबू पाया जा सके.