देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज (16 सितंबर) अपने जन्मदिन के मौके पर युवाओं को एक बड़ा तोहफा दिया है. अब उत्तराखंड में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए आवेदन करने पर किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं के लिए गुरुवार को ये बड़ी घोषणा की है.
प्रदेश में कोविड-19 के चलते बेरोजगारों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आर्थिक रूप से परेशानी झेल रहे युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में मुख्यमंत्री ने इसी के मद्देनजर आज बड़ी घोषणा की है. उत्तराखंड में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए आवेदन करने पर किसी तरह का शुल्क अब नहीं देना होगा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं के लिए गुरुवार को ये बड़ी घोषणा की है.
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बता दें कि आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जन्मदिन है. अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने बेरोजगार युवाओं को यह तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री की तरफ से की गई घोषणा के अनुसार अब बेरोजगारों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोई शुल्क अदा नहीं करना होगा.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह व्यवस्था 31 मार्च 2022 तक लागू रहेगी. इसके तहत उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, लोक सेवा आयोग और स्वास्थ्य चयन सेवा बोर्ड की तरफ से रोजगार के लिए आवेदन करने पर एक निश्चित शुल्क देना पड़ता था. अब यह शुल्क पूरी तरह से माफ कर दिया गया है. इससे पहले राज्य सरकार कोविड-19 के कारण युवाओं को 1 साल की छूट दे चुकी है. अब एक बड़ा फैसला करते हुए युवाओं को किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में आवेदन करने पर किसी तरह के शुल्क के नहीं लगने की भी सहूलियत दी जा रही है.
परीक्षाओं के आवेदन में लगता था इतना शुल्क: दरअसल हर परीक्षा में अलग-अलग शुल्क है. कभी पटवारी के आवेदन आए थे तो उसमें ₹300 शुल्क था. समीक्षा अधिकारी में ₹171 था. कुल मिलाकर उत्तराखंड स्तर पर आने वाले परीक्षा के आवेदन पत्रों पर करीब 300 तक का ही शुल्क लगता है, लेकिन प्रतिभागी राज्य में लगातार आ रही भर्ती के कारण कई फॉर्म भरते हैं. लिहाजा इस रूप में राहत मिली है.