ऋषिकेश: श्यामपुर में रेलवे फाटक पर जाम की समस्या के स्थायी समाधान की बजाय एनएच, पीडब्ल्यूडी ने करीब छह करोड़ रुपये अस्थायी प्रोजेक्ट पर पानी में बहाने की तैयार कर ली है. बाकायदा, स्वीकृति की प्रत्याशा में टेंडर कॉल कर लिए गए हैं. दावा है कि केंद्र से योजना पर वित्तीय स्वीकृति की पूरी उम्मीद है. छह माह के बाद श्यामपुर में वैली ब्रिज प्रोजेक्ट को भी तैयार किया जाना है.
दरअसल, ऋषिकेश ऑल वेदर रोड के बाइपास के लिए प्रोजेक्ट प्रस्तावित है. विभागीय अधिकारियों की मानें, तो योजना को जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है. परियोजना में श्यामपुर और मनसा देवी फाटक पर रेलवे ओवर ब्रिज भी शामिल है. बावजूद इसके फौरी राहत के नाम पर एनएच, पीडब्ल्यूडी की डोईवाला डिवीजन ने साढ़े छह करोड़ रुपये लागत का वैली ब्रिज प्रोजेक्ट तैयार किया है. इसमें पुल के अलावा करीब चार सौ मीटर सड़क का भी निर्माण शामिल है.
ब्रिज से आवाजाही के लिए रेलवे फाटक को लगभग 15 मीटर चौड़ा करना है. इसके लिए रेलवे प्रशासन ने 75 लाख रुपये का इस्टीमेट विभाग को थमा दिया है.
हैरानी की बात यह है कि श्यामपुर से तपोवन तक ऑल वेदर रोड का ऋषिकेश बाइपास साल 2017 के बाद से ही प्रस्तावित है. शुरूआत में प्रोजेक्ट की लागत से ज्यादा जद में आने वाली लोगों की जमीन का मुआवजा होने के चलते इसे लौटा दिया गया था. अब साल 2022 में फिर से यह प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास है, जोकि विभागीय अधिकारियों के मुताबिक स्वीकृति के अंतिम चरण में है. बावजूद इसके जन समस्या का हवाला देते हुए वैकल्पिक इंतजाम को आतुर विभाग अब वैली ब्रिज प्रोजेक्ट जमीन पर उतारने की तैयारी में है. विभाग का ही यह मानना है कि श्यामपुर में रेलवे ओवर ब्रिज बनने के बाद यह पुल इस्तेमाल में नहीं होगा.
क्या है ऋषिकेश बाइपास प्रोजेक्ट: साल 2017 से चारधाम के लिए ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट में श्यामपुर से ऋषिकेश बाइपास प्रस्तावित है. 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की इस परियोजना में तपोवन तक बनने वाले बाईपास मार्ग की लंबाई 17.5 किलोमीटर है. तपोवन से पहले श्यामपुर और मनसा देवी रेलवे फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जाना है. गुमानीवाला, इंद्रमणि चौक, ढालवाला और फिर हर्बल गार्डन के पीछे जंगल के बीच से होकर तपोवन तक पहुंचना है. बाइपास का आखिरी पड़ाव तपोवन की सीमा है. प्रोजेक्ट में टनल निर्माण भी किया जाना है.
मंत्री की मांग भी अभीतक बेअसर: श्यामपुर में रेलवे ओवरब्रिज की मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल कई दफा केंद्र सरकार से आग्रह कर चुके हैं. बावजूद इसके यह योजना अभीतक जमीन पर नहीं उतर पाई है. हाल ही में भी मंत्री अग्रवाल ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़कारी से मुलाकात की थी. उन्होंने श्यामपुर में नेशनल हाईवे पर रेलवे फाटक की वजह से समस्या का मुद्दा उठाया था. फाटक पर रेलवे ओवर ब्रिज की मांग भी दोहराई थी.
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यह बोले अधिकारी: एनएच, PWD के अधिशाषी अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि श्यामपुर में रेलवे फाटक की वजह से जाम की समस्या रहती है. वैकल्पिक तौर पर यह प्रोजेक्ट निर्मित किया जा रहा है. यह सरकारी धन की बर्बादी नहीं है. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की नजर में यह ऐसा नहीं है. वैकल्पिक व्यवस्था जरूरी है. यह काम हर हाल में होना ही है. छह महीने में यह निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.