ऋषिकेश: राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में नवजात बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा. परिजनों ने डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे के जन्म के तुरंत बाद बच्चे की हालत गंभीर हो गई. ऐसे में परिजनों ने उसको हायर सेंटर रेफर करने के लिए कहा लेकिन बच्चे को बिना ऑक्सीजन लगाए ही उसको रेफर कर दिया गया, जिससे बच्चे की मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है.
बता दें, टिहरी जिले के दोगी पट्टी में रहने वाले अनिल सिंह अपनी गर्भवती पत्नी की डिलीवरी करवाने के लिए राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में भर्ती कराया था. जहां पर आज शनिवार को उनकी पत्नी की डिलीवरी होनी थी. डॉक्टर ने अनिल सिंह से बताया कि बच्चे का वजन अधिक होने के कारण परिजनों को सिजेरियन की सलाह दी लेकिन परिजनों ने नॉर्मल डिलीवरी करने की मांग पर अड़ गए. इस कारण महिला की नॉर्मल डिलीवरी कराई गई.
डिलीवरी के बाद बच्चे की स्थिति काफी गंभीर हो गई थी. यही कारण है कि बच्चे को रेफर करने के लिए कहा गया था. सीएमएस राजेश सिंह राणा ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जा रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा. उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी बच्चे को रेफर किया जाता है, तो उसे ऑक्सीजन लगाने के बाद ही रेफर किया जाना चाहिए. अगर बच्चे को बिना ऑक्सीजन लगाए रेफर किया है, तो यह बड़ी लापरवाही है. मामला काफी गंभीर है. इसकी निष्पक्ष जांच की जाएगी.