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उत्तराखंड में ओमीक्रोन के 85 मरीज मिलने से मचा हड़कंप, एहतियात बरतने के निर्देश

उत्तराखंड में एक साथ 85 मरीजों की रिपोर्ट में ओमीक्रोन की पुष्टि होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. जानकारी के अनुसार कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे गए थे. कुल 2255 सैंपल में से अबतक 159 मरीजों की रिपोर्ट मिल चुकी है. जिसमें 85 मरीजों में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया है.

new Omicron patients found in Uttarakhand
85 नए ओमीक्रोन मरीज मिलने से हड़कंप
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Published : Jan 16, 2022, 5:28 PM IST

Updated : Jan 16, 2022, 5:41 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या हर रोज नया रिकॉर्ड बना रही है. वहीं, आज प्रदेश में ओमीक्रोन वेरिएंट के 85 नए मामले सामने आए हैं. जिसके साथ ही सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. वहीं, एक साथ 85 नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के बीच एक नई खबर ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है. दरअसल, नए आंकड़ों में ओमीक्रोन के मरीजों की बड़ी संख्या सामने आई है. जानकारी अनुसार कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे गए थे. कुल 2255 सैंपल में से अबतक 159 मरीजों की रिपोर्ट मिल चुकी है, जिसमें 85 मरीजों में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया है.

स्वास्थ्य विभाग की मानें तो करीब 54% मरीजों की रिपोर्ट में ओमीक्रोन की पुष्टि हो रही है. इस खबर के सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक रहने की सलाह दे रहा है. साथ ही ओमीक्रोन के बढ़ते प्रसार को लेकर भी विभाग चिंता जाहिर कर रहा है. ऐसी स्थिति में लोगों को एहतियात बरतने के लिए कहा जा रहा है.

वहीं, उत्तराखंड में 15 से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान रफ्तार पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. उत्तराखंड में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 3 जनवरी से इस महाअभियान की शुरूआत की गई थी. अगर टीनेजर्स का वैक्सीनेशन इसी रफ्तार से चला तो फरवरी के पहले हफ्ते तक सभी बच्चों को पहली डोज मिल जाएगी.15 जनवरी तक करीब देहरादून जिले में 50 प्रतिशत से अधिक बच्चों को पहली डोज मिल चुकी है.

ये भी पढ़ें: डॉक्टरों की अपील- ओमीक्रोन को हल्के में ना लें, अन्य बीमारी से ग्रसित बरते सावधानी

सीएमओ डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि दूसरी डोज करीब 97 प्रतिशत पहुंच गई थी, लेकिन अब हमारा नया टारगेट हो गया है. देहरादून में बाहरी राज्यों से मजदूर काम करने आते हैं. स्वास्थ्य विभाग ने देखा कि प्रतिदिन दो-दो हजार वैक्सीन लग रही थी, जिसमें हमारे द्वारा सर्वे किया गया तो जहां पर खनन सबसे अधिक होता है, जैसे मालदेवता और प्रेम नगर साइट पर बाहरी राज्यों से मजदूर सबसे अधिक आते हैं, वहां पर वैक्सीन सबसे ज्यादा लगी थी.

कोरोना वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार

स्वास्थ्य विभाग को जनसंख्या के हिसाब से 14 लाख 28 हजार का टारगेट मिला था, उसमें यह पहली डोज जुड़ती चली गई. हमारा दूसरी डोज का प्रतिशत कम होता चला गया, तो सेकंड डोज अब 84 प्रतिशत ही रह गया है. देहरादून सीएमओ डॉ. मनोज उप्रेती ने कहा युवाओं में वैक्सीन लगाने को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. बीते कुछ रोज से स्कूल बंद है, जिस कारण वैक्सीन लगाने की रफ्तार कुछ धीमी जरूर हुई है. लेकिन अभी तक जिले में करीब 56 प्रतिशत बच्चों को पहली खुराक लगाई जा चुकी है. साथ ही उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे सुदूरवर्ती क्षेत्र भी हैं, जहां पर भारी बर्फबारी के कारण बच्चे को वैक्सीन नहीं लगा पा रहे हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या हर रोज नया रिकॉर्ड बना रही है. वहीं, आज प्रदेश में ओमीक्रोन वेरिएंट के 85 नए मामले सामने आए हैं. जिसके साथ ही सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. वहीं, एक साथ 85 नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के बीच एक नई खबर ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है. दरअसल, नए आंकड़ों में ओमीक्रोन के मरीजों की बड़ी संख्या सामने आई है. जानकारी अनुसार कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे गए थे. कुल 2255 सैंपल में से अबतक 159 मरीजों की रिपोर्ट मिल चुकी है, जिसमें 85 मरीजों में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया है.

स्वास्थ्य विभाग की मानें तो करीब 54% मरीजों की रिपोर्ट में ओमीक्रोन की पुष्टि हो रही है. इस खबर के सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक रहने की सलाह दे रहा है. साथ ही ओमीक्रोन के बढ़ते प्रसार को लेकर भी विभाग चिंता जाहिर कर रहा है. ऐसी स्थिति में लोगों को एहतियात बरतने के लिए कहा जा रहा है.

वहीं, उत्तराखंड में 15 से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान रफ्तार पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. उत्तराखंड में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 3 जनवरी से इस महाअभियान की शुरूआत की गई थी. अगर टीनेजर्स का वैक्सीनेशन इसी रफ्तार से चला तो फरवरी के पहले हफ्ते तक सभी बच्चों को पहली डोज मिल जाएगी.15 जनवरी तक करीब देहरादून जिले में 50 प्रतिशत से अधिक बच्चों को पहली डोज मिल चुकी है.

ये भी पढ़ें: डॉक्टरों की अपील- ओमीक्रोन को हल्के में ना लें, अन्य बीमारी से ग्रसित बरते सावधानी

सीएमओ डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि दूसरी डोज करीब 97 प्रतिशत पहुंच गई थी, लेकिन अब हमारा नया टारगेट हो गया है. देहरादून में बाहरी राज्यों से मजदूर काम करने आते हैं. स्वास्थ्य विभाग ने देखा कि प्रतिदिन दो-दो हजार वैक्सीन लग रही थी, जिसमें हमारे द्वारा सर्वे किया गया तो जहां पर खनन सबसे अधिक होता है, जैसे मालदेवता और प्रेम नगर साइट पर बाहरी राज्यों से मजदूर सबसे अधिक आते हैं, वहां पर वैक्सीन सबसे ज्यादा लगी थी.

कोरोना वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार

स्वास्थ्य विभाग को जनसंख्या के हिसाब से 14 लाख 28 हजार का टारगेट मिला था, उसमें यह पहली डोज जुड़ती चली गई. हमारा दूसरी डोज का प्रतिशत कम होता चला गया, तो सेकंड डोज अब 84 प्रतिशत ही रह गया है. देहरादून सीएमओ डॉ. मनोज उप्रेती ने कहा युवाओं में वैक्सीन लगाने को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. बीते कुछ रोज से स्कूल बंद है, जिस कारण वैक्सीन लगाने की रफ्तार कुछ धीमी जरूर हुई है. लेकिन अभी तक जिले में करीब 56 प्रतिशत बच्चों को पहली खुराक लगाई जा चुकी है. साथ ही उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे सुदूरवर्ती क्षेत्र भी हैं, जहां पर भारी बर्फबारी के कारण बच्चे को वैक्सीन नहीं लगा पा रहे हैं.

Last Updated : Jan 16, 2022, 5:41 PM IST
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