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जरूरी खबर: गंगोत्री हाईवे पर बना न्यू जनरेशन पुल रविवार को 3 घंटे के लिए रहेगा बंद

भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले गंगोत्री नेशनल हाईवे पर गंगोरी के पास देश का पहला न्यू जनरेशन पुल बनाया गया है. यह पुल आगामी 27 जून को तीन घंटे आवाजाही के लिए बंद रहेगा. जानिए क्यों बंद रहेगा पुल...

new generation bridge
गंगोरी पुल
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Published : Jun 25, 2021, 5:58 PM IST

Updated : Jun 25, 2021, 6:44 PM IST

उत्तरकाशीः गंगोत्री धाम और अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाले गंगोरी स्थित देश के पहले न्यू जनरेशन पुल पर आगामी रविवार (27 जून) को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे आवाजाही बंद रहेगी. जिला प्रशासन की मानें तो रविवार को बीओरओ इस पुल पर तीन घंटे मरम्मत का कार्य करेगा. इस कारण वाहनों की आवाजाही को रोका जाएगा. वहीं, किसी भी प्रकार की आपाकालीन स्थिति के लिए मरम्मत के दौरान पैदल आवाजाही की अनुमति रहेगी.

उप जिलाधिकारी भटवाड़ी देवेंद्र नेगी ने बताया कि बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने जिलाधिकारी को एक पत्र भेजा है. जिसमें जानकारी दी है कि आगामी रविवार को गंगोत्री हाईवे पर स्थित गंगोरी पुल पर मरम्मत कार्य के चलते 3 घंटे आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी. जिसके लिए बीआरओ ने जिला प्रशासन से पुलिस बल की मदद मांगी है. इस दौरान पुल के प्लेटों समेत नट बोर्ड आदि की रूटीन मरम्मत की जाएगी. एसडीएम देवेंद्र नेगी ने बताया कि मरम्मत के दौरान आपातकालीन स्थिति में पुल पर पैदल आवाजाही की अनुमति रहेगी.

गंगोत्री हाईवे पर बना न्यू जनरेशन पुल रहेगा बंद.

ये भी पढ़ेंः भारत-चीन सीमा पर देश का पहला न्यू जेनरेशन पुल तैयार, ये है इस पुल की क्षमता और खूबी

देश का पहला न्यू जनरेशन पुल

बता दें कि यह देश का पहला न्यू जनरेशन पुल है, जो कि वैली ब्रिज की तुलना में ज्यादा चौड़ा और ज्यादा वजन को झेल सकता है. गंगोरी स्थित न्यू जनरेशन ब्रिज बीते साल जुलाई 2020 में बनकर तैयार हुआ था. यह 190 फीट लंबा पुल है, जो सामरिक और चारधाम यात्रा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. इस पुल की चौड़ाई 4.25 मीटर और भार क्षमता 70 टन है.

uttarkashi bridge
बीआरओ से जारी पत्र.

ऐसे पड़ा न्यू जनरेशन ब्रिज नाम

वैली ब्रिज की भार क्षमता 20-25 टन और चौड़ाई 3.75 मीटर होती है. वैली ब्रिज के निर्माण में सिर्फ लोहे का इस्तेमाल होता है, लेकिन गंगोरी के पास बीआरओ की ओर से न्यू जनरेशन ब्रिज बनाया गया है. जिसमें स्टील और लोहे के कलपुर्जों का भी इस्तेमाल हुआ है. इसी कारण वैली ब्रिज की तुलना में न्यू जनरेशन ब्रिज का भार कम होता है. जीआरएसई कंपनी ने इसे न्यू जनरेशन ब्रिज नाम दिया है.

ये भी पढ़ेंः रैणी में फिर खतरा, ऋषिगंगा के ऊपर बने वैली ब्रिज की नींव में कटाव

गंगोरी पुल कब-कब टूटा

गंगोत्री हाईवे पर गंगोरी के पास पुल कई बार टूट चुका है. गंगोरी पुल साल 2012 में आई बाढ़ के कारण बह गया था. उसके बाद यहां पर वैली ब्रिज का निर्माण किया गया था. जो दिसंबर 2017 में ओवरलोड ट्रक के भार के कारण यह दोबारा टूटा. उसके बाद फिर एक बार बीआरओ ने वैली ब्रिज का निर्माण किया. जो कि चार माह भी नहीं चल पाया और अप्रैल 2018 में फिर एक बार ओवरलोड ट्रक के भार के कारण टूट गया.

इसके बाद बीआरओ ने 2 साल का समय लेकर बीते साल जुलाई महीने में देश के पहले न्यू जनरेशन पुल का निर्माण पूरा कर इस पर आवाजाही शुरू करवाई. सामरिक और चारधाम यात्रा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बीआरओ न्यू जनरेशन पुल पर रूटीन मरम्मत कार्य कर रही है. जिससे बरसात या अन्य समय पर आवाजाही सुचारू रह सके.

उत्तरकाशीः गंगोत्री धाम और अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाले गंगोरी स्थित देश के पहले न्यू जनरेशन पुल पर आगामी रविवार (27 जून) को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे आवाजाही बंद रहेगी. जिला प्रशासन की मानें तो रविवार को बीओरओ इस पुल पर तीन घंटे मरम्मत का कार्य करेगा. इस कारण वाहनों की आवाजाही को रोका जाएगा. वहीं, किसी भी प्रकार की आपाकालीन स्थिति के लिए मरम्मत के दौरान पैदल आवाजाही की अनुमति रहेगी.

उप जिलाधिकारी भटवाड़ी देवेंद्र नेगी ने बताया कि बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने जिलाधिकारी को एक पत्र भेजा है. जिसमें जानकारी दी है कि आगामी रविवार को गंगोत्री हाईवे पर स्थित गंगोरी पुल पर मरम्मत कार्य के चलते 3 घंटे आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी. जिसके लिए बीआरओ ने जिला प्रशासन से पुलिस बल की मदद मांगी है. इस दौरान पुल के प्लेटों समेत नट बोर्ड आदि की रूटीन मरम्मत की जाएगी. एसडीएम देवेंद्र नेगी ने बताया कि मरम्मत के दौरान आपातकालीन स्थिति में पुल पर पैदल आवाजाही की अनुमति रहेगी.

गंगोत्री हाईवे पर बना न्यू जनरेशन पुल रहेगा बंद.

ये भी पढ़ेंः भारत-चीन सीमा पर देश का पहला न्यू जेनरेशन पुल तैयार, ये है इस पुल की क्षमता और खूबी

देश का पहला न्यू जनरेशन पुल

बता दें कि यह देश का पहला न्यू जनरेशन पुल है, जो कि वैली ब्रिज की तुलना में ज्यादा चौड़ा और ज्यादा वजन को झेल सकता है. गंगोरी स्थित न्यू जनरेशन ब्रिज बीते साल जुलाई 2020 में बनकर तैयार हुआ था. यह 190 फीट लंबा पुल है, जो सामरिक और चारधाम यात्रा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. इस पुल की चौड़ाई 4.25 मीटर और भार क्षमता 70 टन है.

uttarkashi bridge
बीआरओ से जारी पत्र.

ऐसे पड़ा न्यू जनरेशन ब्रिज नाम

वैली ब्रिज की भार क्षमता 20-25 टन और चौड़ाई 3.75 मीटर होती है. वैली ब्रिज के निर्माण में सिर्फ लोहे का इस्तेमाल होता है, लेकिन गंगोरी के पास बीआरओ की ओर से न्यू जनरेशन ब्रिज बनाया गया है. जिसमें स्टील और लोहे के कलपुर्जों का भी इस्तेमाल हुआ है. इसी कारण वैली ब्रिज की तुलना में न्यू जनरेशन ब्रिज का भार कम होता है. जीआरएसई कंपनी ने इसे न्यू जनरेशन ब्रिज नाम दिया है.

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गंगोरी पुल कब-कब टूटा

गंगोत्री हाईवे पर गंगोरी के पास पुल कई बार टूट चुका है. गंगोरी पुल साल 2012 में आई बाढ़ के कारण बह गया था. उसके बाद यहां पर वैली ब्रिज का निर्माण किया गया था. जो दिसंबर 2017 में ओवरलोड ट्रक के भार के कारण यह दोबारा टूटा. उसके बाद फिर एक बार बीआरओ ने वैली ब्रिज का निर्माण किया. जो कि चार माह भी नहीं चल पाया और अप्रैल 2018 में फिर एक बार ओवरलोड ट्रक के भार के कारण टूट गया.

इसके बाद बीआरओ ने 2 साल का समय लेकर बीते साल जुलाई महीने में देश के पहले न्यू जनरेशन पुल का निर्माण पूरा कर इस पर आवाजाही शुरू करवाई. सामरिक और चारधाम यात्रा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बीआरओ न्यू जनरेशन पुल पर रूटीन मरम्मत कार्य कर रही है. जिससे बरसात या अन्य समय पर आवाजाही सुचारू रह सके.

Last Updated : Jun 25, 2021, 6:44 PM IST
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