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चुक्खूवाला हादसे के बाद खौफजदा लोग, खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर, सुनिए आपबीती - चुक्‍खूवाला में बिल्डिंग गिरी

बीते दिनों राजधानी देहरादून के नेशविला रोड स्थित चुक्‍खूवाला में एक बिल्डिंग गिरने से चार महिलाओं की मौत हो गई थी. अब उसी इलाके में दर्जनों घरों पर भी खतरा मंडराने लगा है. मकानों के पीछे बने कच्चे पुस्तों में बरसात के पानी के निकासी न होने के चलते दीवारों में दरारें आ गयी है. घटना के बाद से स्थानीय लोग अपने घरों में रात नहीं गुजारते.

chukhuwala building collapse
बिल्डिंग गिरने के बाद से घरों में रात नहीं गुजारते लोग
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Published : Jul 17, 2020, 4:03 PM IST

Updated : Jul 17, 2020, 7:36 PM IST

देहरादून: क्षेत्र के नेशविला रोड स्थित चुक्‍खूवाला में एक बिल्डिंग गिरने से चार महिलाओं की मौत हो गई थी. जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी. लेकिन अब उसी इलाके में दर्जनों घरों पर भी खतरा मंडराने लगा है. मकानों के पीछे बने कच्चे पुश्तों में बरसात के पानी की निकासी न होने के चलते दीवारों में दरारें आ गयी हैं. जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

घटना के बाद से स्थानीय लोग रात को दूसरों के यहां शरण ले रहे हैं. हालांकि, प्रशासन ने खतरे की जद में आने वाले कई घरों को शिफ्ट करने का फरमान जारी कर दिया है. लेकिन स्थानीय लोग अपने मकानों को छोड़कर आखिर जाएं तो जाएं कहां?

chukhuwala building collapse
चुक्खूवाला हादसे की तस्वीर.

बहरहाल, बीते दिन मकान गिरने से चार लोगों की मौत मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. जिसके बाद ईटीवी भारत संवाददाता ने घटना के बाद खतरे की जद में आने वाले मकानों का जायजा लिया.

chukhuwala building collapse
मलबे में दबी कार.

घटनास्थल के आस-पास के लोगों का कहना है कि 24 घंटे का समय गुजर गया है. लेकिन जिला प्रशासन द्वारा खतरे की जद में आने वाले घरों के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है.उन्होने बताया कि पुश्तों में जलभराव के चलते मकानों के गिरने की आशंका बनी रहती है.

बिल्डिंग गिरने के बाद से घरों में रात नहीं गुजारते लोग, सुनिए दर्द भरी दास्तां

स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनके मकानों के पीछे ऊपर हिस्से में जिस तरह सरकारी व गैर सरकारी जमीनों पर अवैध प्लाटिंग का खेल खेला जा रहा है. उससे कई लोगों को जानमाल का नुकसान होने की पूरी आशंका है. भू माफिया ने जिस तरह से अतिरिक्त जमीनों को क़ब्जाने के चलते कच्चा पुश्ता लगाकर उसमें पानी का निकास नहीं रखा है. ऐसे में ऊपर की प्लॉटिंग वाले मकानों का सीवर का पानी व बरसात का जल भराव कच्चे पुश्तों को तोड़ रहा है. जिसके चलते नीचे तमाम मकानों के गिरने का खतरा बरकरार हैं.

chukhuwala building collapse
चुक्‍खूवाला में एक बिल्डिंग गिरने से चार महिलाओं की मौत हुई थी.
chukhuwala building collapse
राहत-बचाव कार्य करती SDRF.

ये भी पढ़ें: GROUND REPORT: चुक्खूवाला हादसे से कब लेंगे सबक? देहरादून में मौत बनकर खड़े हैं कई गिरासू भवन

स्थानीय लोगों ने बताया कि जिला प्रशासन, नगर निगम, राजस्व विभाग व अन्य लोगों की मिली भगत से भू-माफिया द्वारा जमीनों को कब्जा कर अवैध रूप से प्लॉटिंग कर घरों को खतरे की जद में लाया गया है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनको सुरक्षित कर आरोपियों के खिलाफ सरकार कड़े कदम उठाए.

chukhuwala building collapse
हादसे के बाद की तस्वीर.

ये भी पढ़ें: देहरादून: बिल्डिंग गिरने से 3 महिलाओं समेत बच्ची की मौत, सीएम ने जताया दुख

डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा कॉलोनी में मकान गिरने से चार लोगों की मौत मामले में पुलिस ने हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. अब सीओ सिटी स्तर पर इस बात की जांच पड़ताल चल रही है. वहीं, इस घटना के घटित होने के पीछे असल वजह क्या है? इसकी जांच के बाद ही आगे कार्रवाई की जाएगी.

देहरादून: क्षेत्र के नेशविला रोड स्थित चुक्‍खूवाला में एक बिल्डिंग गिरने से चार महिलाओं की मौत हो गई थी. जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी. लेकिन अब उसी इलाके में दर्जनों घरों पर भी खतरा मंडराने लगा है. मकानों के पीछे बने कच्चे पुश्तों में बरसात के पानी की निकासी न होने के चलते दीवारों में दरारें आ गयी हैं. जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

घटना के बाद से स्थानीय लोग रात को दूसरों के यहां शरण ले रहे हैं. हालांकि, प्रशासन ने खतरे की जद में आने वाले कई घरों को शिफ्ट करने का फरमान जारी कर दिया है. लेकिन स्थानीय लोग अपने मकानों को छोड़कर आखिर जाएं तो जाएं कहां?

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चुक्खूवाला हादसे की तस्वीर.

बहरहाल, बीते दिन मकान गिरने से चार लोगों की मौत मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. जिसके बाद ईटीवी भारत संवाददाता ने घटना के बाद खतरे की जद में आने वाले मकानों का जायजा लिया.

chukhuwala building collapse
मलबे में दबी कार.

घटनास्थल के आस-पास के लोगों का कहना है कि 24 घंटे का समय गुजर गया है. लेकिन जिला प्रशासन द्वारा खतरे की जद में आने वाले घरों के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है.उन्होने बताया कि पुश्तों में जलभराव के चलते मकानों के गिरने की आशंका बनी रहती है.

बिल्डिंग गिरने के बाद से घरों में रात नहीं गुजारते लोग, सुनिए दर्द भरी दास्तां

स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनके मकानों के पीछे ऊपर हिस्से में जिस तरह सरकारी व गैर सरकारी जमीनों पर अवैध प्लाटिंग का खेल खेला जा रहा है. उससे कई लोगों को जानमाल का नुकसान होने की पूरी आशंका है. भू माफिया ने जिस तरह से अतिरिक्त जमीनों को क़ब्जाने के चलते कच्चा पुश्ता लगाकर उसमें पानी का निकास नहीं रखा है. ऐसे में ऊपर की प्लॉटिंग वाले मकानों का सीवर का पानी व बरसात का जल भराव कच्चे पुश्तों को तोड़ रहा है. जिसके चलते नीचे तमाम मकानों के गिरने का खतरा बरकरार हैं.

chukhuwala building collapse
चुक्‍खूवाला में एक बिल्डिंग गिरने से चार महिलाओं की मौत हुई थी.
chukhuwala building collapse
राहत-बचाव कार्य करती SDRF.

ये भी पढ़ें: GROUND REPORT: चुक्खूवाला हादसे से कब लेंगे सबक? देहरादून में मौत बनकर खड़े हैं कई गिरासू भवन

स्थानीय लोगों ने बताया कि जिला प्रशासन, नगर निगम, राजस्व विभाग व अन्य लोगों की मिली भगत से भू-माफिया द्वारा जमीनों को कब्जा कर अवैध रूप से प्लॉटिंग कर घरों को खतरे की जद में लाया गया है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनको सुरक्षित कर आरोपियों के खिलाफ सरकार कड़े कदम उठाए.

chukhuwala building collapse
हादसे के बाद की तस्वीर.

ये भी पढ़ें: देहरादून: बिल्डिंग गिरने से 3 महिलाओं समेत बच्ची की मौत, सीएम ने जताया दुख

डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा कॉलोनी में मकान गिरने से चार लोगों की मौत मामले में पुलिस ने हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. अब सीओ सिटी स्तर पर इस बात की जांच पड़ताल चल रही है. वहीं, इस घटना के घटित होने के पीछे असल वजह क्या है? इसकी जांच के बाद ही आगे कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Jul 17, 2020, 7:36 PM IST
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