विकासनगर: कालसी ब्लॉक के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत कई महिला समूहों का गठन किया गया है. इनमें कालसी ब्लॉक में स्वाभिमान वन धन विकास केंद्र में महिला समूह द्वारा इन दिनों हरी मिर्च का अचार (Green chilli pickle) तैयार किया जा रहा है. इस अचार की प्रदेश के साथ-साथ अन्य प्रदेशों में भी डिमांड है.
महिला समूह से मिला रोजगार: कालसी ब्लॉक स्थित स्वाभिमान वन धन विकास केंद्र (Swabhiman Van Dhan Group) की महिला समूह की अध्यक्ष प्रभा देवी बताती हैं कि हमारे केन्द्र से 300 से अधिक महिलाएं समूह से जुड़ी हुई हैं. ये महिलाएं विभिन्न क्रियाकलाप कर रोजगार प्राप्त कर रही हैं. इसी कड़ी में इस केंद्र में 15 से 20 महिलाएं प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के अचार, जूस, मसाले आदि तैयार कर रही हैं. इन दिनों बाजार की डिमांड के हिसाब से जौनसार बाबर में उत्पादित जैविक खेती की हरी मिर्च का अचार तैयार किया जा रहा है. इस अचार की डिमांड प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों में भी है.
सीजनल अचार बना रही हैं महिलाएं: प्रभा देवी ने बताया कि हमारे क्लस्टर स्वाभिमान वंदन केंद्र में 304 जनजातीय महिलाएं जुड़ी हुई हैं. 10-15 महिलाएं वर्तमान में कार्य कर रही हैं. बाकी महिलाएं अलग-अलग कार्य कर रही हैं. हमारे केंद्र में विभिन्न प्रकार के अचार बनाए जाते हैंं. सीजनल अचार बनाए जाते हैं. जूस बनाते हैं. जूस बुरांस, माल्टा और आंवले के भी बनाये जाते हैं. इनकी डिमांड दिल्ली महोत्सव में भी होती है. अन्य जगह भी स्टाल लगाए जाते हैं. इस समय हरी मिर्च का अचार तैयार किया जा रहा है. इसकी काफी डिमांड है.
राष्ट्रीय आजीविका मिशन का मिल रहा लाभ: गांव के किसानों से हरी मिर्च खरीद कर मंगाई जाती है. समूह की सदस्य उर्मिला तोमर बताती हैं कि राष्ट्रीय जीविका मिशन योजना के तहत समूह बनाए गए हैं. हमें स्वाभिमान वन धन केंद्र में 8 से 10 महीने जुड़े हुए हो गए हैं. 10 से 15 महिलाओं के बीच 6 से 8 घंटे प्रतिदिन कार्य करते हैं. इसमें जुड़ने से हमारी आर्थिक स्थिति सुधर रही है. हमें खुद का कार्य कर जो आमदनी होती है, उससे ज्यादा फायदा हो रहा है. हमें किसी से मांगने की जरूरत नहीं पड़ती. हम लोग अपने उत्पादों को मेलों और अन्य जगह भी स्टाल लगाकर बेचते हैं.
स्वाभिमान वन धन समूह से जुड़ी 304 महिलाएं: राष्ट्रीय आजीविका मिशन के ब्लॉक समन्वयक सुरेंद्र नेगी ने बताया कि इस समय हमारे विकासखंड कालसी के अंतर्गत 400 से अधिक महिला समूहों का गठन किया गया है. इसमें इन समूह को भारत सरकार के राष्ट्रीय जीविका मिशन के तहत फंड भी उपलब्ध कराया गया. उसके साथ-साथ तमाम अलग-अलग जगह पर भिन्न-भिन्न प्रकार के समूह कार्य कर रहे हैं. इसमें एक हमारा स्वाभिमान वन धन समूह है, जिसमें करीब 304 महिलाएं जुड़ी हैं. उनको भारत सरकार द्वारा जो फंड दिया गया था, उसके द्वारा प्रशिक्षण भी दिया गया है.
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4 अक्टूबर को लगेगा लोन कैंप: 15 से 20 महिलाएं यहां पर कार्य कर रही हैं. उसके अलावा कहीं पर महिलाएं अचार, मसाले और कपड़े बना रही हैं. कहीं हथकरघा का भी कार्य कर रही हैं. वर्तमान में मशरूम उत्पादन का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 4 अक्टूबर को लोन कैंप का भी आयोजन किया जा रहा है. यह सभी कार्यक्रम विकासखंड के अंतर्गत किए जा रहे हैं.
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