देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के मद्देनजर सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम ठप हो गए हैं. प्रदेश में होने वाले अधिकतर कार्यक्रमों को कोरोना के कारण अभी तक ठीक से नहीं चलाया जा सका है. इन कार्यक्रमों पर कोरोना का असर देखने का मिल रहा है.
उत्तराखंड में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत तमाम अभियान चलाएं जाते हैं. इन अभियानों में राष्ट्रीय मलेरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम, टीबी अभियान, कालाजार, सुरक्षित मातृत्व, कुष्ठ उन्मूलन, फाइलेरिया जैसे रोग शामिल है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत केंद्र सरकार की ओर से एक बड़ा बजट इसके लिए राज्य को मिलता है. लेकिन पिछले लंबे समय से राज्य में ऐसे अभियान पूरी तरह से ठप हो गए हैं. कोरोना संक्रमण के कारण सरकार और स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस संक्रमण को कम करने को लेकर रहा है और ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम पूरी तरह से ठप हो गए हैं. जब राज्य में डायरिया को लेकर चले पखवाड़ों की जानकारी लेनी चाहा तो विभाग में इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
बता दें कि, राज्य में डायरिया को लेकर कुछ जिलों से शिकायतें आई हैं और कुछ मामलों के भी आने की बात कही गई है, डायरिया राज्य में अभी परेशानी का कारण बना हुआ है. लेकिन कोरोना के चलते डायरिया के लिए चलने वाले पखवाड़े ठप हैं.
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सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रमों के ठप होने के संकेत भी दिए और यह भी साफ किया कि उनके द्वारा सभी जिलों के चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य संबंधित कार्यक्रमों को शुरू करने को कहा गया है.