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मसूरी में बच्चों का इलाज हुआ आसान, उप जिला चिकित्सालय को मिले ये उपकरण

मसूरी के उप जिला चिकित्सालय को पीडियाट्रिक वेंटिलेटर, एनआईसीयू बेड, रेडिएंट वार्मर और फोटो थेरेपी मशीन की सुविधा मिल गई है. अब बच्चों के इलाज के लिए देहरादून या अन्य शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा. ये उपकरण कोरोना के तीसरे लहर में भी काम आएंगी.

mussoorie child
मसूरी उप जिला चिकित्सालय
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Published : Aug 18, 2021, 10:09 PM IST

मसूरीः कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर अभी से तैयारियां की जा रही है. इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के प्रयास से उप जिला चिकित्सालय को कई मशीनें और उपकरण मिले हैं. इन उपकरणों में पीडियाट्रिक वेंटिलेटर, एनआईसीयू बेड, रेडिएंट वार्मर और फोटो थेरेपी मशीन शामिल है. ऐसे में अब छोटे बच्चों का मसूरी में ही इलाज की सुविधाएं मिल सकेगी.

बीजेपी मसूरी मंडल के अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए ये उपकरण बच्चों की जीवन को सुरक्षित रखने में महत्वूर्ण भूमिका निभाएंगे. इन उपकरणों में 3 यूनिट पीडियाट्रिक वेंटिलेटर हैं, ये वेंटिलेटर बच्चों की गंभीर बीमारी के इलाज में उपयोग में लाए जाते हैं. इसके अलावा 6 यूनिट एनआईसीयू बेड भी हैं, जो गहन चिकित्सा इकाई में समय से पहले हुए शिशुओं या बीमार शिशुओं की देखभाल में काम आती है.

ये भी पढ़ेंः मंत्री गणेश जोशी के 'चोर-डकैत' बयान पर बवाल, हरदा बोले- क्या प्रतिद्वंदी कीड़े-मकोड़े हैं?

इसके अलावा 4 यूनिट रेडिएंट वॉर्मर हैं, जो समय से पूर्व जन्मे बच्चों को मशीन पर ही गर्भाशय का अहसास कराकर उपचार किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि 4 यूनिट फोटो थेरेपी मशीन भी अस्पताल को मिला है. जो नवजात शिशुओं में होने वाले पीलिया को जल्द ही नॉर्मल कर देती है. उन्होंने बताया कि इससे पहले इस तरह की कोई सुविधा मसूरी में नहीं थी, लेकिन अब मंत्री गणेश जोशी के प्रयासों से ये सौगात मिली है.

मसूरीः कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर अभी से तैयारियां की जा रही है. इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के प्रयास से उप जिला चिकित्सालय को कई मशीनें और उपकरण मिले हैं. इन उपकरणों में पीडियाट्रिक वेंटिलेटर, एनआईसीयू बेड, रेडिएंट वार्मर और फोटो थेरेपी मशीन शामिल है. ऐसे में अब छोटे बच्चों का मसूरी में ही इलाज की सुविधाएं मिल सकेगी.

बीजेपी मसूरी मंडल के अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए ये उपकरण बच्चों की जीवन को सुरक्षित रखने में महत्वूर्ण भूमिका निभाएंगे. इन उपकरणों में 3 यूनिट पीडियाट्रिक वेंटिलेटर हैं, ये वेंटिलेटर बच्चों की गंभीर बीमारी के इलाज में उपयोग में लाए जाते हैं. इसके अलावा 6 यूनिट एनआईसीयू बेड भी हैं, जो गहन चिकित्सा इकाई में समय से पहले हुए शिशुओं या बीमार शिशुओं की देखभाल में काम आती है.

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इसके अलावा 4 यूनिट रेडिएंट वॉर्मर हैं, जो समय से पूर्व जन्मे बच्चों को मशीन पर ही गर्भाशय का अहसास कराकर उपचार किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि 4 यूनिट फोटो थेरेपी मशीन भी अस्पताल को मिला है. जो नवजात शिशुओं में होने वाले पीलिया को जल्द ही नॉर्मल कर देती है. उन्होंने बताया कि इससे पहले इस तरह की कोई सुविधा मसूरी में नहीं थी, लेकिन अब मंत्री गणेश जोशी के प्रयासों से ये सौगात मिली है.

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