मसूरी: अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की 3 माह की फीस माफ करने और सही व्यवहारिक नीति बनाने की मांग लगातार बढ़ रही है. वहीं केंद्र और राज्य सरकार अभिभावकों की परेशानियों को देखते हुए कई एडवाइजरी जारी कर चुका है. लेकिन स्कूल प्रबंधन एडवाइजरी को मानने को तैयार नहीं है, जिसको लेकर अभिभावक काफी परेशान हैं.
मसूरी में एक प्रतिष्ठित स्कूल ने अभिभावकों को मैसेज के माध्यम से 8 जून तक फीस जमा करने के निर्देश दिए हैं. जिसका अभिभावक विरोध कर रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि लॉकडाउन में उनका काम पूरी तरह बंद हो गए थे. वहीं लॉकडाउन में जब स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास शुरू की तो उन्हें महंगे मोबाइल फोन खरीदने पड़े. साथ ही इंटरनेट का खर्चा भी उठाना पड़ा.
ऐसे में भी स्कूल अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बना रहा है. जिस कारण उनको खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि उनकी मदद की जाए व 3 महीने की फीस माफ करने के साथ आगामी फीस में भी 50% की छूट दी जाए जिससे वह अपने बच्चों को पढ़ा सकें.
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मसूरी व्यापार मंडल ने भी अभिभावकों के साथ दिया है. मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि इस मामले को लेकर एसडीएम मसूरी और जिला शिक्षा अधिकारी से वार्ता करेंगे. जिससे अभिभावकों की समस्या का समाधान निकाला जा सके. उन्होंने कहा कि अगर अभिभावकों की मांगें पूरी नहीं होती तो सभी स्कूल प्रबंधन और शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलन करेंगे .
वहीं मसूरी के स्कूल के प्रधानाचार्य ने कहा कि कई अभिभावक छात्र-छात्राओं की फीस मांगने के साथ और भी कई मांगे कर रहे हैं. जिसको लेकर स्कूल प्रबंधन समिति से वार्ता करेंगे और निर्णय आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी