मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी स्थित घंटाघर को शहर के दिल की धड़कन भी कहा जाता है. लेकिन इन दिनों मानो मसूरी की धड़कन रुक सी गई हो. ऐसा इसलिए क्योंकि घंटाघर की घड़ी बीते एक सप्ताह से बंद हैं. इसकी वजह से मसूरी के लोगों में भारी आक्रोश है. घड़ी बंद होने की शिकायत मसूरी नगर पालिका से की गई है, लेकिन अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
मसूरी के लंढौर बाजार स्थित घंटाघर की घड़ी की सुई इन दिनों रुक गई है. इस वजह से मसूरी शहर को समय बताने वाले घंटाघर का घंटा नहीं बज रहा है. मसूरी लंढौर बाजार निवासी रवि गोयल और मसूरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल इसको लेकर काफी आक्रोशित हैं. उन्होंने कहा पिछले एक सप्ताह से मसूरी के ऐतिहासिक घंटाघर की घड़ी बंद पड़ी हुई है. इसकी शिकायत नगर पालिका प्रशासन से की गई, लेकिन एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद घंटाघर की घड़ी को ठीक नहीं कराया जा सका है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है.
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रजत अग्रवाल ने कहा कि घड़ी बंद होना अशुभ माना जाता है. ऐसे में मसूरी की धड़कन घंटाघर बंद पड़ा हुआ है तो इसका संकेत अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा घंटाघर के निर्माण के साथ इसमें म्यूजियम भी खोला जाना था, लेकिन आज तक न तो घंटाघर का सौंदर्यीकरण हुआ और न ही यहां म्यूजियम खुल पाया है. उन्होंने नगर पालिका मसूरी के घंटाघर की घड़ी को जल्द ठीक कराने की मांग की. साथ ही पूर्व में घंटाघर के अंदर स्थापित होने वाले म्यूजियम को भी जल्द खोलने की मांग की. ताकि यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सके. इस दौरान उन्होंने लंढौर बाजार को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित करने की मांग की.
मसूरी नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने बताया घंटाघर की मेंटेनेंस करने वाले ठेकेदार को घड़ी खराब होने की सूचना दे दी गई है. घंटाघर की घड़ी को जल्द ठीक कर दिया जाएगा.