देहरादून: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बयान के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोगों में नाराजगी हैं. यह नाराजगी अब उत्तराखंड की सड़कों पर भी दिखाई दे रही है. शुक्रवार को राजधानी देहरादून में आजाद ग्रुप की ओर से फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान आजाद ग्रुप के कार्यकर्ताओं ने कहा कि फ्रांस बार-बार इस्लाम की शान में गुस्ताखी कर मुस्लिमों की आस्था को ठेस पहुंचा रहा है.
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आजाद ग्रुप के संस्थापक आसिफ कुरैशी का कहना है कि फ्रांस के राष्ट्रपति को इस्लामोफोबिया हो चुका है. इमैनुएल मैक्रों गलत बयानबाजी कर दुनिया भर के मुसलमानों के आस्था को ठेस पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस दौरान आजाद ग्रुप ने मुस्लिमों से फ्रांस के उत्पादों के बहिष्कार का आहृान किया.
दरअसल, यह गुस्सा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के विवादित बयान के बाद भड़का था. जिसमें कहा गया था कि 'इस्लाम एक ऐसा धर्म है, जिससे आज पूरी दुनिया में संकट में है'. उनके इस बयान के बाद से मुस्लिमों में आक्रोश है.
प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा
वहीं, प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर पुलिस ने 8 नामजद सहित 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.