ऋषिकेश: मुनिकी रेती थाना पुलिस ने पूर्णानंद घाट पर 22 दिसंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई कबाड़ बाबा की मौत का खुलासा कर दिया है. साथ ही पुलिस ने यूपी और हरियाणा निवासी दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. दोनों के नाम प्रिंस चौधरी और संदीप पाल हैं. दोनों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है.
मुनीकी रेती थाना पुलिस के मुताबिक 22 दिसंबर की रात को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में एक बाबा को घायल अवस्था में ले जाया गया, जिसे डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने के बाद मुनिकी रेती थाना पुलिस मौके पर पहुंची. शव कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. बाबा के शरीर पर कई जख्म थे. इसलिए पुलिस ने मामले को हत्या की आशंका से जोड़ कर जांच शुरू की.
जांच में पुलिस को पता चला कि बाबा पूर्णानंद घाट पर कबाड़ बीनने का काम करता था. इसलिए उन्हें कबाड़ बाबा के नाम से पहचाना जाता है. 22 दिसंबर की रात को दो युवकों ने स्टील के रॉड से बाबा को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा है. पुलिस ने हत्या करने वाले दो युवकों को पहचान कर गिरफ्तार कर लिया. मुनिकी रेती थाने के इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया कि आरोपियों की पहचान प्रिंस चौधरी (निवासी बड़ोद यूपी) और संदीप पाल (निवासी रेवाड़ी हरियाणा) के रूप में हुई है.
पूछताछ में दोनों युवकों ने बेरोजगार होने की वजह से मुनिकी रेती थाना क्षेत्र में आकर रोजगार की तलाश की. लेकिन नशे का आदि होने की वजह से उनको रोजगार नहीं मिला. जिसके बाद दोनों युवक आश्रमों से खाना मांग कर अपना गुजर बसर कर रहे थे. नशे की लत को पूरा करने के लिए छोटी मोटी चोरी चकारी करने में लगे थे.
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कुछ दिन पहले दोनों युवकों ने पूर्णानंद घाट पर एक पर्यटक का बैग चुराया था. चोरी करते हुए बाबा ने देख लिया था, जिसकी शिकायत बाबा ने पर्यटक से कर दी थी. तभी से दोनों युवक बाबा से रंजिश रखने लगे. मौका मिलते ही दोनों युवकों ने बाबा पर हमला कर उसकी हत्या कर दी. इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया कि दोनों आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है.