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चारधाम यात्रा 2022: एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने कराया रजिस्ट्रेशन, बदरीनाथ हाईवे पर अवस्थाओं का अंबार

चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) को लेकर इस बार श्रद्धालुओं में बड़ा उत्साह देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि यात्रा शुरू होने से पहले एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं 7 दिनों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा संख्या केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं की है. वहीं, गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल (Garhwal DIG Karan Singh Nagnyal) बदरीनाथ हाईवे (Badrinath Highway report) को लेकर एक रिपोर्ट शासन को सौंपी है, जिसने सरकार की तैयारियों की पूरी कलई खोल दी है.

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Published : Apr 22, 2022, 9:04 PM IST

ऋषिकेश/देहरादून: आगामी 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी. चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. अभी चारधामों के लिए एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. वहीं, शुक्रवार को गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल (Garhwal DIG Karan Singh Nagnyal) बदरीनाथ हाईवे की रिपोर्ट (Badrinath Highway report) शासन को सौंपी. रिपोर्ट के मुताबिक, बदरीनाथ हाईवे की स्थिति कुछ जगहों पर खस्ताहाल है, जहां सफर करना जान जोखिम में डालने के बराबर है.

कोरोना की सख्त गाइडलाइनों के कारणों पिछले दो सालों में चारधाम यात्रा में नाममात्र ही श्रद्धालु आए थे, लेकिन इस बार उम्मीद की जा रही है कि चारधामों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे. यही कारण है कि शासन तैयारियों की पूरी समीक्षा करने में जुटा हुआ है. इसी को लेकर गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल चार दिन के गढ़वाल दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने चारधाम मार्गों पर यातायात की स्थिति और कानून व्यवस्था का जायजा दिया और इसकी एक रिपोर्ट तैयार की.
पढ़ें- सिद्धपीठ सुरकंडा मंदिर के लिए शुरू हुई रोपवे सेवा, 2 घंटे की यात्रा 20 मिनट में सिमटी

गढ़वाल डीआईजी की रिपोर्ट: गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल ने शासन को जो रिपोर्ट दी है, उसमें उन्होंने बताया कि बदरीनाथ मार्ग की स्थिति काफी खराब है. हाईवे पर कई डेंजर जोन सक्रिय है. हनुमान चट्टी के पास 12 किलोमीटर मार्ग का हिस्सा प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो रखा है. ऐसे में वहां से आवाजाही करना जान जोखिम में डालने जैसे है.

रिपोर्ट ने भूस्खलन से प्रभावित इलाकों का भी जिक्र किया है. बताया है कि भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में मरम्मत का काम कछुए की गति से चल रहा है. आगामी 6 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, उससे पहले ये काम पूरी होने के आसार नहीं लग रहे हैं. ऐसे में बदरीनाथ धाम जाने वाले यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
पढ़ें- उत्तराखंड में बिजली कटौती पर भड़के CM धामी, अधिकारियों से मांगा जवाब

एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन: चारों धामों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया सात दिन पहले ही शुरू हुई है. सात दिन के अंदर एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. बता दें कि ऋषिकेश में संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड बीटीसी में चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. जबकि, हरिद्वार में भी पंजीकरण के लिए काउंटर स्थापित हैं, फिजिकल रजिस्ट्रेशन का जिम्मा सरकार ने गुजरात की निजी आईटी एजेंसी इथिक्स को सौंपा है. एजेंसी से जुड़े प्रेमानंद के मुताबिक, 16 अप्रैल के आसपास फिजिकल रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था का सुचारू हो गई थी. अभीतक सर्वाधिक पंजीकरण केदारनाथ के लिए श्रद्धालुओं ने कराया है.

धामरजिस्ट्रेशन की संख्या
यमुनोत्री15265 श्रद्वालु
गंगोत्री15605 श्रद्धालु
बदरीनाथ28859 श्रद्धालु
केदारनाथ40289 श्रद्धालु

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन (Chardham Yatra Registration): चारधाम यात्रा के लिए अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है. इसके लिए सबसे पहले कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) की वेबसाइट gmvnonline.com पर क्लिक करें. इसके बाद चारधाम ऑफिशियल यात्रा रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें. इसके बाद नया पेज खुलेगा. अब एक नया विंडो खुलेगा. पहला ऑप्शन चारधाम टूर पैकेज का होगा और दूसरा ऑप्शन चारधाम रजिस्ट्रेशन का होगा. अब रजिस्ट्रेशन वाले ऑप्शन पर क्लिक करें. इसके बाद नया पेज खुलेगा. इसमें यात्री को अपनी राष्ट्रीयता, आधार नंबर मोबाइल नंबर ऑल इमेल आईडी दर्ज करके सबमिट करना होगा. इन सभी जानकारियों को सबमिट करने के बाद रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.

ऋषिकेश/देहरादून: आगामी 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी. चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. अभी चारधामों के लिए एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. वहीं, शुक्रवार को गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल (Garhwal DIG Karan Singh Nagnyal) बदरीनाथ हाईवे की रिपोर्ट (Badrinath Highway report) शासन को सौंपी. रिपोर्ट के मुताबिक, बदरीनाथ हाईवे की स्थिति कुछ जगहों पर खस्ताहाल है, जहां सफर करना जान जोखिम में डालने के बराबर है.

कोरोना की सख्त गाइडलाइनों के कारणों पिछले दो सालों में चारधाम यात्रा में नाममात्र ही श्रद्धालु आए थे, लेकिन इस बार उम्मीद की जा रही है कि चारधामों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे. यही कारण है कि शासन तैयारियों की पूरी समीक्षा करने में जुटा हुआ है. इसी को लेकर गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल चार दिन के गढ़वाल दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने चारधाम मार्गों पर यातायात की स्थिति और कानून व्यवस्था का जायजा दिया और इसकी एक रिपोर्ट तैयार की.
पढ़ें- सिद्धपीठ सुरकंडा मंदिर के लिए शुरू हुई रोपवे सेवा, 2 घंटे की यात्रा 20 मिनट में सिमटी

गढ़वाल डीआईजी की रिपोर्ट: गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल ने शासन को जो रिपोर्ट दी है, उसमें उन्होंने बताया कि बदरीनाथ मार्ग की स्थिति काफी खराब है. हाईवे पर कई डेंजर जोन सक्रिय है. हनुमान चट्टी के पास 12 किलोमीटर मार्ग का हिस्सा प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो रखा है. ऐसे में वहां से आवाजाही करना जान जोखिम में डालने जैसे है.

रिपोर्ट ने भूस्खलन से प्रभावित इलाकों का भी जिक्र किया है. बताया है कि भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में मरम्मत का काम कछुए की गति से चल रहा है. आगामी 6 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, उससे पहले ये काम पूरी होने के आसार नहीं लग रहे हैं. ऐसे में बदरीनाथ धाम जाने वाले यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
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एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन: चारों धामों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया सात दिन पहले ही शुरू हुई है. सात दिन के अंदर एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. बता दें कि ऋषिकेश में संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड बीटीसी में चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. जबकि, हरिद्वार में भी पंजीकरण के लिए काउंटर स्थापित हैं, फिजिकल रजिस्ट्रेशन का जिम्मा सरकार ने गुजरात की निजी आईटी एजेंसी इथिक्स को सौंपा है. एजेंसी से जुड़े प्रेमानंद के मुताबिक, 16 अप्रैल के आसपास फिजिकल रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था का सुचारू हो गई थी. अभीतक सर्वाधिक पंजीकरण केदारनाथ के लिए श्रद्धालुओं ने कराया है.

धामरजिस्ट्रेशन की संख्या
यमुनोत्री15265 श्रद्वालु
गंगोत्री15605 श्रद्धालु
बदरीनाथ28859 श्रद्धालु
केदारनाथ40289 श्रद्धालु

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन (Chardham Yatra Registration): चारधाम यात्रा के लिए अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है. इसके लिए सबसे पहले कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) की वेबसाइट gmvnonline.com पर क्लिक करें. इसके बाद चारधाम ऑफिशियल यात्रा रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें. इसके बाद नया पेज खुलेगा. अब एक नया विंडो खुलेगा. पहला ऑप्शन चारधाम टूर पैकेज का होगा और दूसरा ऑप्शन चारधाम रजिस्ट्रेशन का होगा. अब रजिस्ट्रेशन वाले ऑप्शन पर क्लिक करें. इसके बाद नया पेज खुलेगा. इसमें यात्री को अपनी राष्ट्रीयता, आधार नंबर मोबाइल नंबर ऑल इमेल आईडी दर्ज करके सबमिट करना होगा. इन सभी जानकारियों को सबमिट करने के बाद रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.

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