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उत्तराखंड में चारधाम यात्रियों की संख्या 7.67 लाख के पार, अब तक 51 श्रद्धालुओं ने गंवाई जान - चारधाम में मौत का आंकड़ा

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. अभी तक श्रद्धालुओं का आंकड़ा 7 लाख 67 हजार पार कर गया है. सबसे ज्यादा तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे हैं. जबकि, चारधाम यात्रा में अभी तक 51 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. वहीं, 25 मई तक स्लॉट फुल हो चुके हैं. जिसकी वजह से चारधाम यात्रियों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेश काउंटर बंद कर दिये गए हैं.

chardham yatra 202
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा
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Published : May 20, 2022, 8:21 PM IST

Updated : May 20, 2022, 9:35 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. अभी तक 7 लाख 67 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं, जहां 2 लाख 65 हजार (2,65,525) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) चरम पर है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर केदारनाथ धाम में तो भीड़ इस कदर है कि दर्शनों के लिए लंबी लाइन लग रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 7,67,234 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.

केदारनाथ में व्यवस्थाओं से यात्री संतुष्ट.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 2,65,525 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक 12,054 बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 2,35,100 यात्री बदरी विशाल के आशीर्वाद ले चुके हैं. आज की बात करें शाम 4 बजे तक 13,465 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 5,00,625 पहुंच गई है.

kedarnath yatra 2022
चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई से आज तक 1,49,856 और यमुनोत्री धाम में 1,16,753 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज यानी 20 मई की बता करें तो गंगोत्री में 9,598 और यमुनोत्री में 9,663 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 2,66,609 पहुंच गई है.

ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा पर पुलिस मुख्यालय CCTV के जरिये रख रहा नजर, DGP ने कही ये बात

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा में अभी तक 51 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims death in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 16 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 23 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 8 यात्रियों ने जान गंवाई है.

kedarnath yatra 2022
चारधाम में श्रद्धालुओं की मौत.

केदारनाथ में सबसे ज्यादा मौतेंः केदारनाथ धाम की यात्रा में अभी तक 23 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है. जिसमें से 22 तीर्थ यात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हुई है. वहीं, एक तीर्थ यात्री की मौत खाई में गिरने से हुई है. आज की बात तो तीर्थ यात्री प्रदीप कुमार कुलकर्णी (उम्र 61वर्ष) निवासी सुंदपार्क थाना अभिरुचि पूणे, महाराष्ट्र और बंशी लाल (उम्र 57 वर्ष) निवासी गडचेली थाना पिपलिया मंडी मंदसोर, मध्य प्रदेश की केदारनाथ में मौत हुई है.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है.

तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक रुककर सफर करने को कहा जा रहा है. तीर्थ यात्रियों को अपनी दवाईयों के साथ धाम पहुंचना चाहिए.

इसके अलावा जो तीर्थयात्री केदारनाथ पर आते हैं, वे आस्था पर आने से खाना-पीना छोड़ देते हैं, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें होती हैं. तीर्थ यात्रियों को ऐसा नहीं करना है. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को यात्रा पर आने से पहले अपने साथ दवाईयां, गर्म कपड़ों के साथ ही पूरी व्यवस्था के साथ आना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन बंद, 25 मई तक स्लॉट फुल, तीर्थ यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

ऑनलाइन हो रहा है रजिस्ट्रेशन: चारधाम यात्रा के लिए अगले 7 दिनों तक के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए हैं. प्रदेश सरकार ने चारों धामों में यात्रियों की संख्या निर्धारित की है. जिस कारण 25 मई तक रजिस्ट्रेशन के स्लॉट फुल हो चुके हैं. वहीं, यात्रियों को पंजीकरण नहीं मिलने से निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है. जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव का कहना है कि 25 मई तक बदरीनाथ और 14 जून तक केदारनाथ धाम के स्लॉट बुक हैं. यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, उन्हें 25 मई के बाद की डेट दी जा रही है. वहीं, पुलिस मुख्यालय चारधाम यात्रा पर CCTV के जरिये पल-पल की निगरानी रख रहा है.

विश्व विख्यात ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम का मंदिर परिसर इन दिनों भक्तों की आवाजाही से गुलजार है. मात्र 15 दिन की यात्रा में ढाई लाख से अधिक भक्त बाबा के दर्शन कर चुके हैं. बाबा केदार के अधिकांश भक्त हेलीकाॅप्टर की आसान यात्रा को छोड़कर पैदल मार्ग से कठिन यात्रा कर रहे हैं. केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत हुए कार्यों की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में शंकराचार्य समाधि स्थल के भी दर्शन हो रहे हैं.

केदारनाथ धाम में लगातार श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है. व्यवस्थाओं को पहले से भी सुधारा गया है. टेंट के साथ ही टायलेट की संख्या को बढ़ाया गया है. घोड़े-खच्चरों के मूवमेंट को भी नियंत्रित किया गया है. कोशिश की जा रही है कि कोई भी श्रद्धालु यहां आए, उसे किसी भी प्रकार की दिक्कतें न हो. -मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग.

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देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. अभी तक 7 लाख 67 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं, जहां 2 लाख 65 हजार (2,65,525) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) चरम पर है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर केदारनाथ धाम में तो भीड़ इस कदर है कि दर्शनों के लिए लंबी लाइन लग रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 7,67,234 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.

केदारनाथ में व्यवस्थाओं से यात्री संतुष्ट.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 2,65,525 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक 12,054 बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 2,35,100 यात्री बदरी विशाल के आशीर्वाद ले चुके हैं. आज की बात करें शाम 4 बजे तक 13,465 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 5,00,625 पहुंच गई है.

kedarnath yatra 2022
चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई से आज तक 1,49,856 और यमुनोत्री धाम में 1,16,753 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज यानी 20 मई की बता करें तो गंगोत्री में 9,598 और यमुनोत्री में 9,663 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 2,66,609 पहुंच गई है.

ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा पर पुलिस मुख्यालय CCTV के जरिये रख रहा नजर, DGP ने कही ये बात

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा में अभी तक 51 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims death in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 16 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 23 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 8 यात्रियों ने जान गंवाई है.

kedarnath yatra 2022
चारधाम में श्रद्धालुओं की मौत.

केदारनाथ में सबसे ज्यादा मौतेंः केदारनाथ धाम की यात्रा में अभी तक 23 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है. जिसमें से 22 तीर्थ यात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हुई है. वहीं, एक तीर्थ यात्री की मौत खाई में गिरने से हुई है. आज की बात तो तीर्थ यात्री प्रदीप कुमार कुलकर्णी (उम्र 61वर्ष) निवासी सुंदपार्क थाना अभिरुचि पूणे, महाराष्ट्र और बंशी लाल (उम्र 57 वर्ष) निवासी गडचेली थाना पिपलिया मंडी मंदसोर, मध्य प्रदेश की केदारनाथ में मौत हुई है.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है.

तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक रुककर सफर करने को कहा जा रहा है. तीर्थ यात्रियों को अपनी दवाईयों के साथ धाम पहुंचना चाहिए.

इसके अलावा जो तीर्थयात्री केदारनाथ पर आते हैं, वे आस्था पर आने से खाना-पीना छोड़ देते हैं, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें होती हैं. तीर्थ यात्रियों को ऐसा नहीं करना है. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को यात्रा पर आने से पहले अपने साथ दवाईयां, गर्म कपड़ों के साथ ही पूरी व्यवस्था के साथ आना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन बंद, 25 मई तक स्लॉट फुल, तीर्थ यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

ऑनलाइन हो रहा है रजिस्ट्रेशन: चारधाम यात्रा के लिए अगले 7 दिनों तक के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए हैं. प्रदेश सरकार ने चारों धामों में यात्रियों की संख्या निर्धारित की है. जिस कारण 25 मई तक रजिस्ट्रेशन के स्लॉट फुल हो चुके हैं. वहीं, यात्रियों को पंजीकरण नहीं मिलने से निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है. जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव का कहना है कि 25 मई तक बदरीनाथ और 14 जून तक केदारनाथ धाम के स्लॉट बुक हैं. यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, उन्हें 25 मई के बाद की डेट दी जा रही है. वहीं, पुलिस मुख्यालय चारधाम यात्रा पर CCTV के जरिये पल-पल की निगरानी रख रहा है.

विश्व विख्यात ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम का मंदिर परिसर इन दिनों भक्तों की आवाजाही से गुलजार है. मात्र 15 दिन की यात्रा में ढाई लाख से अधिक भक्त बाबा के दर्शन कर चुके हैं. बाबा केदार के अधिकांश भक्त हेलीकाॅप्टर की आसान यात्रा को छोड़कर पैदल मार्ग से कठिन यात्रा कर रहे हैं. केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत हुए कार्यों की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में शंकराचार्य समाधि स्थल के भी दर्शन हो रहे हैं.

केदारनाथ धाम में लगातार श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है. व्यवस्थाओं को पहले से भी सुधारा गया है. टेंट के साथ ही टायलेट की संख्या को बढ़ाया गया है. घोड़े-खच्चरों के मूवमेंट को भी नियंत्रित किया गया है. कोशिश की जा रही है कि कोई भी श्रद्धालु यहां आए, उसे किसी भी प्रकार की दिक्कतें न हो. -मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग.

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Last Updated : May 20, 2022, 9:35 PM IST
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