देहरादून: उत्तराखंड खाद्य विभाग की मुहिम अब रंग लाती भी दिखाई दे रही है. राज्य में 50,000 से ज्यादा लोगों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए हैं. इस तरह प्रदेश में अपात्र लोगों को योजना के लाभ से बाहर करते हुए जरूरतमंद और पात्र लोगों को इसका फायदा देने की कोशिश की जा रही है.
खाद्य आपूर्ति मंत्री रेखा आर्य ने विधानसभा में 'अपात्र को ना, पात्र को हां' अभियान को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने अभी तक राज्य में सरेंडर किए गए राशन कार्डों की जानकरी दी. उन्होंने कहा अब तक इस योजना के तहत राज्य में 58,374 लोगों ने स्वेच्छा से अपने राशन कार्ड सरेंडर किए हैं, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. अभी तक राज्य में जाने अनजाने में अपात्र राशन कार्ड धारक, मुफ्त राशन का फायदा उठा रहे थे, लेकिन अब पात्रों तक ये राशन पहुंचाने का काम सरकार करने जा रही है.
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रेखा आर्य ने कहा राज्य में अभी तक का यह ऐसा पहला अभियान है, जिसमें जनता का सकारात्मक रुख देखने को मिला है. PHH, SFY, और अंत्योदय कार्ड धारकों में जिलेवार कई लोगों ने अपने कार्ड स्वेच्छा से सरेंडर किए हैं. मंत्री ने कहा सरकार ने पूर्व में कार्ड सरेंडर करने की तिथि 31 मई निर्धारित की थी. जिसे अब आगे बढ़ाते हुए 30 जून कर दिया गया है. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग स्वेच्छा से कार्ड सरेंडर कर सकें. मंत्री ने खाद्य सचिव को सरेंडर कार्डों को अब पात्रों के लिए बनाने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए.