देहरादून : उत्तराखंड में दिसंबर का महीना शुरू होते ही कोरोना के नए मामले बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं. अंदाजा लगाइए कि दिसंबर में 6 दिनों के अंदर ही 3000 से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं. उधर, रिकवरी रेट भी स्थिर है, तो पॉजिटिविटी रेट भी पांच प्रतिशत से ज्यादा बना हुआ है. वहीं, रविवार को मसूरी में 7 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. लोगों ने पालिका प्रशासन से शहर को सैनिटाइज करने की मांग की है.
उत्तराखंड में एक तरफ दिसंबर के महीने में 6 दिनों के अंदर ही 54 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कोरोना के मामले भी 3000 से ज्यादा हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो 6 दिनों में 3202 कोरोना के मामले आए हैं. जिसमें 4 और 5 दिसंबर को नए कोरोना के मरीजों की संख्या 600 से ज्यादा रही है. राज्य में लंबे समय से रिकवरी रेट 90.56% ही बना हुआ है.
एक वक्त था, जब प्रदेश में रिकवरी रेट 91% पहुंच गया था, लेकिन अब इसमें कुछ कमी देखी गई है. प्रदेश में कुल सैंपल का पॉजिटिविटी रेट फिलहाल 5.48% है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों से बैठक करते हुए रिकवरी रेट को 5% से कम करने की बात कही थी, लेकिन सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी अभी पॉजिटिविटी रेट 5% से ज्यादा बना हुआ है.
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मसूरी में मिले सात कोरोना संक्रमित
मसूरी में रविवार को सात कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. स्वास्थ विभाग द्वारा रविवार को 124 टेस्ट किए गए. इसमें सात कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने पर उनको होम आइसोलेट किया गया है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में आए कोरोना संक्रमित मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है. सभी से कोविड नियमों का पालन करने का आग्रह भी किया गया है.
कोविड-19 के इंचार्ज डॉ. प्रदीप राणा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार कोरोना के टेस्ट कर रहा है. रविवार को सात कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं. लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जागरूक करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने का भी आग्रह किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तभी तोड़ा जा सकता है, जब सब लोग आपस में दो गज की दूरी बनाए रखें और मास्क जरूर पहने.
वहीं, स्थानीय लोगों ने नगर पालिका प्रशासन से आग्रह किया है कि वह पूर्व की भांति मसूरी के क्षेत्रों को सैनिटाइज करें, ताकि शहर में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.