देहरादून: प्रसिद्ध चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) अब समापन की ओर है. बीती 18 सितंबर से शुरू हुई चारधाम यात्रा आगामी 5 नवंबर से संपन्न होना शुरू हो जाएगी. अब तक ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक चारों धामों में कुल 15,851 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.
बता दें, आज यानी 24 अक्टूबर को शाम चार बजे तक बदरीनाथ धाम में 5,583, केदारनाथ धाम में 8,101 (हेली यात्री सहित), गंगोत्री धाम 1,160 और यमुनोत्री धाम में 1007 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. आज कुल 15,851 दर्शनार्थियों ने चारों धामों के दर्शन किए. 18 सितंबर से 24 अक्टूबर शाम 4 बजे तक कुल 2,91, 191 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए हैं.
चारों धामों बदरीनाथ धाम, केदारनाथ धाम, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा जारी है. चारधाम यात्रा के लिए यात्री http:/smartcitydehradun.uk.gov.in में तीर्थयात्री सीधे पंजीकरण करवा सकते हैं. देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई-पास बनाने की आवश्यकता नहीं है.
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चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथि घोषित: चारधाम में सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट 5 नवंबर को बंद होंगे. 6 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. वहीं, केदारनाथ के कपाट 6 नवंबर और भगवान बदरी विशाल के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.
इसके अलावा भगवान पंच केदार के कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित कर दी गई है. मद्महेश्वर के कपाट 22 नवंबर को बंद होंगे. जबकि, मद्महेश्वर का मेला 25 नवंबर को लगेगा. तुंगनाथ धाम के कपाट आगामी 30 अक्टूबर को बंद कर दिए जाएंगे. बता दें कि रुद्रनाथ धाम के कपाट बीते 17 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं.
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बंद हुए हेमकुंड साहिब के कपाट: बीती 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं. बीते दिनों जिले में स्थित हेमकुंड साहिब के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद उच्च हिमालयी क्षेत्र का नजारा बेहद खूबसूरत हो गया है. हेमकुंड साहिब में करीब 2 फीट बर्फ जमीं हुई है.