देहरादून: उत्तराखंड में 21 दिसंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र को लेकर आज विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में सुरक्षा संबंधी बैठक आहूत की गई. खास बात यह है कि बैठक में विधायकों को कोविड-19 टेस्ट के बाद ही सत्र में शामिल होने दिया जाएगा. वहीं, बाहर के किसी भी व्यक्ति को सदन के दौरान विधानसभा में आने की अनुमति नहीं होगी.
विधानसभा सत्र के दौरान इस बार उत्तराखंड के विधायकों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर सीट मिल पाएगी. दरअसल, विधानसभा सत्र के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के चलते इस बार सदन के साथ गैलरी और कमरा नंबर-107 नंबर में भी बैठने की व्यवस्था की जाएगी. सदन और गैलरी में बैठे विधायक सदन में सीधे कार्यवाही में शिरकत कर पाएंगे. वहीं, कमरा नंबर-107 में बैठने वाले विधायक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सत्र की कार्यवाही में शिरकत करेंगे. ऐसे में विधायकों को किस जगह पर बैठना होगा, यह उनके समय से आने के आधार पर ही तय हो पाएगा.
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विधानसभा सदन में मंत्रियों, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष की जगह तय रहेगी. विधानसभा सत्र के दौरान कोविड-19 का टेस्ट होने के बाद ही सदन में आने की अनुमति दी जाएगी. उधर, यदि कोई विधायक कोरोना संक्रमित होता है तो वह सदन में हिस्सा नहीं ले पाएगा.
खास बात यह भी है कि इस बार सदन में बाहरी लोगों को सत्र के दौरान एंट्री नहीं दी जाएगी. पूर्व विधायकों को भी सदन में आने की अनुमति नहीं होगी. यही नहीं, विधायकों के साथ रहने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों को भी सदन में नहीं आने दिया जाएगा. सदन में आने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग और मास्क के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के भी निर्देश सभी विधायकों को दिए गए हैं.