देहरादून: उत्तराखंड भाजपा में धनौल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार के शामिल होने से हड़कंप मच गया है. दरअसल पंवार धनौल्टी से विधायक हैं. जबकि इससे पहले वो यमुनोत्री से भी विधायक रह चुके हैं. ऐसे में जहां धनौल्टी विधानसभा सीट के भाजपा नेता इससे विचलित हैं वहीं, दूसरी ओर यमुनोत्री से भाजपा विधायक केदार सिंह के लिए भी असमंजस की स्थिति बन गई है.
कांग्रेस से भाजपा में आए बागियों की नाराजगी में विधायक केदार सिंह रावत का भी नाम जुड़ गया. उमेश शर्मा काऊ के समर्थन में केदार रावत भी आ गए हैं. उन्होंने ऐसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है, जिन्होंने विधायक काऊ से अनुशासनहीनता की है.
वैसे बता दें कि केदार सिंह रावत का यह बयान इसलिए बड़ी बात मानी जा रही है क्योंकि आज ही दिल्ली में निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने भाजपा का दामन थामा है. प्रीतम सिंह पंवार इससे पहले यमुनोत्री विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं, जहां से फिलहाल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले केदार सिंह रावत भाजपा के टिकट से विधायक हैं.
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माना जा रहा है कि प्रीतम सिंह को पार्टी में लाकर कहीं एक बार फिर एक और बागी विधायक पर भाजपा हाईकमान ने अंकुश लगाने की कोशिश तो नहीं की है. बहरहाल इस मामले में केदार सिंह रावत कहते हैं कि उन्हें लगता है कि प्रीतम सिंह को धनौल्टी विधानसभा सीट के लिए ही पार्टी में शामिल करवाया गया होगा और यदि ऐसा नहीं है तो वह समय के साथ इस पर विचार करेंगे.
उन्होंने उमेश शर्मा काऊ के पक्ष में यह साफ कर दिया कि वह अपने उन्हीं साथियों के साथ हैं, जिनके साथ में 2016 में भाजपा में शामिल हुए थे. हालांकि वह यह बात कहते हुए भी नहीं चूकते कि वह पारंपरिक रूप से भाजपा की ही विचारधारा वाले रहे हैं.