देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में चुनाव नजदीक आते ही उत्तराखंड में राजनीतिक उठापठक तेज हो गई है. वहीं नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी जारी है, जिससे सियासी पारा चढ़ा हुआ है. चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. साथ ही उत्तराखंड में अब तक जो ट्रैक रिकॉर्ड रहा है, उसके मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस बारी-बारी से सरकार बनाने का मौका मिलता रहा है. ये रवायत राज्य गठन के बाद से ही देखने को मिल रही है.
लेकिन इस बार देखना होगा कि क्या पीएम मोदी का करिश्मा और सीएम पुष्कर सिंह धामी की मेहनत रंग लाती है या नहीं? इसी सिलसिले में बीजेपी की तैयारियों और रणनीति की पड़ताल करने के लिए हमने बात की युवा और जोशीले नेता धन सिंह रावत से, जो राज्य में कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
प्रश्न: बीजेपी की चुनाव को लेकर क्या तैयारी है?
उत्तर: बीजेपी अपनी तैयारियों में जोर-शोर से लगी हुई है. हमारी सरकार का कार्यकाल बहुत अच्छा और प्रभावशाली रहा है. जनता से किए वादे हमने बखूबी पूरे किए हैं. राज्य में चौतरफा विकास हुआ है. लोगों के सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार, स्वाभिमान, सम्मान हर क्षेत्र में सरकार ने अत्यंत सराहनीय काम किया है और हमें इस बात का पूरा भरोसा है कि हर पांच साल में सरकार बदलने वाली परंपरा इस बात टूटेगी. राज्य में फिर से बीजेपी की सरकार बनने जा रही है.
प्रश्न: विकास को लेकर तो तरह तरह के सवाल उठते रहे हैं, कुछ विस्तार से बताएंगे सरकार के काम के विषय में?
उत्तर: एक लाख करोड़ की कई जनकल्याणकारी योजनाएं उत्तराखंड को विकास के नए आयाम तक ले जा रही है. हम उत्तराखंड में एक और एम्स खोलने को लेकर प्रतिबद्ध थे और हमने एक और एम्स राज्य को दिया है. गर्भवतियों के लिए एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं और जल्द ही उनको इसका लाभ मिलेगा. 2900 पदों पर नर्सों की भर्ती की गई है. कोरोना पर जिस बेहतरीन ढंग से उत्तराखंड ने उसे रोकने और लोगों को जागरूक करने के अलावा स्वास्थ्य सेवा देने एवं गरीबों को राशन वितरण किया, इसका प्रमाण सभी को देखने को मिला. उत्तराखंड के युवाओं को फौज में छूट का भी प्रावधान हुआ है.
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शिक्षा के क्षेत्र में भी बेमिसाल काम हुए हैं. डिग्री कॉलेजों में कार्यरत संविदा प्राध्यापकों को यूजीसी नियमानुसार 57 हजार 700 रुपये मासिक मानदेय दिया. बेहतर शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ स्कूलों में फर्नीचर और युवाओं के लिए खेल का सामान एवं महिला मंगल दलों को सामान भी वितरित किया है. दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क टैबलेट उपलब्ध कराने को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से उनके बैंक खाते में 12 हजार रुपये सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं. गांवों में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए जिला सहकारी बैंक भी स्थापित किये गए हैं. राज्य में शिक्षा का विकास हो इसके लिए डिग्री कॉलेज और आई टी आई की भी बनवायेे गए हैं. राज्य में सड़कों के निर्माण और चौड़ीकरण के क्षेत्र में भी बेहतरीन काम हुआ.
प्रश्न: इतने सारे काम का आप दावा कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस का दावा है कि वो राज्य में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है. क्या कहना चाहेंगे आप?
उत्तर: जब कांग्रेस को ही उनके नेतृत्व पर भरोसा नहीं तो जनता को कांग्रेस पर क्या भरोसा होगा. आए दिन तो कांग्रेस नेता पार्टी छोड़-छोड़ के बीजेपी ज्वॉइन करते रहे हैं. गांधी परिवार और कांग्रेस को जनता ने पूरी तरह नकार दिया है. कांग्रेस एक मुद्दाविहीन पार्टी बन के रह गई है. राज्य में भी कांग्रेस की हालत खस्ताहाल है. विपक्ष की झूठी और मुद्दाविहीन राजनीति अब नहीं चल पाएगी. हवा में मुद्दे खड़े करने से उसका जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं होता. जमीन पर मात्र काम बोलता है. हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है और इसका असर भी दिख रहा है. उत्तराखंड की जनता धामी सरकार के काम से खुश है. जहां तक मेरे विधानसभा क्षेत्र का मामला है तो श्रीनगर विधानसभा के लोगों के प्यार को देखकर लगता है सामने वालों की जमानत जब्त होगी.
बता दें कि प्रदेश में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा 28 जनवरी को नामांकन की आखिरी तारीख है. 29 जनवरी को नामांकन की स्क्रूटनी होगी और 31 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. 14 फरवरी को पूरे प्रदेश में वोट डाले जाएंगे, जिसके नतीजे 10 मार्च को आएंगे.