देहरादून: मॉनसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश में बारिश का दौर तेज हो चुका है. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के पूर्वानुमान के तहत आज प्रदेश के अधिकांश जनपदों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी है. वहीं, बात देहरादून की करें तो यहां भी सुबह से ही लगातार आसमान में घने बादल छाए हुए हैं. यहां हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी है.
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के मुताबिक प्रदेश में आज पूरे दिन हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी है. इस दौरान विशेषकर ऊंचाई वाले पर्वतीय जनपदों जैसे टिहरी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर जनपदों में अधिकांश स्थानों में भारी बारिश दर्ज की जा रही है. इससे नदियों का जलस्तर बढ़ा है. साथ ही कहीं कहीं भूस्खलन भी हो रहा है.
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गौरतलब है कि प्रदेश में 12 जून को मॉनसून की दस्तक के बाद से ही प्रदेश के कुछ पर्वतीय जनपदों में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसमें सबसे अधिक 180 मिलीमीटर बारिश चंपावत जनपद में दर्ज की गई है. इसके बाद बागेश्वर में 141.3 मिलीमीटर, रुद्रप्रयाग में 125 मिलीमीटर, पिथौरागढ़ में 124 मिलीमीटर, चमोली में 107.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. इस तरह बारिश में एकाएक तेजी के मामले में जनपद चंपावत, चमोली और बागेश्वर में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है.
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वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मॉनसून की दस्तक के बाद से लेकर अब तक प्रदेश में 80.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से 135% ज्यादा है.
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मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के पूर्वानुमान के तहत प्रदेश में 20 जून के बाद बारिश में कुछ कमी देखने को मिलेगी. इस दौरान भी कुछ ऊंचाई वाले पर्वतीय जनपदों जैसे पिथौरागढ़, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत में कहीं-कहीं भारी बारिश का पूर्वानुमान है, लेकिन 20 जून के बाद शेष सभी जनपदों में बारिश में कमी देखने को मिलेगी. इसके साथ ही तापमान में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की जाएगी. वर्तमान में अधिकतम तापमान में 7 से 8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है.
बढ़ने लगा नीलधारा का जल स्तर
वहीं, लगातार हो रही बारिश के बाद हरिद्वार में बह रही नीलधारा का जल स्तर भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भी हरिद्वार की ओर रुख करना शुरू कर दिया है. मेरठ से आए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार मिश्रा ने हरिद्वार में भीमगौड़ा बैराज का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि 2013 की आपदा के बाद आज यहां सबसे अधिक पानी बह रहा है.
2013 आपदा जैसे हालात
विनोद कुमार मिश्रा ने बताया सुबह 4 बजे से गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. 4 बजे के करीब यहां लगभग तीन लाख क्यूसेक जल था. उसके बाद 6 बजे ये बढ़कर लगभग 3 लाख 75 हजार क्यूसेक हो गया. विनोद कुमार मिश्रा ने बताया 2013 में आई आपदा में 5 लाख 20 क्यूसेक जल हरिद्वार के भीमगौड़ा बैराज में बह रहा था.