देहरादून: पर्यटन सीजन के मद्देनजर पांच राज्यों के पुलिस अधिकारियों के मध्य यातायात संचालन को सुचारू बनाएं रखने के लिए शिमला में गहन मंथन हुआ. मंथन में यातायात सम्बन्धी पूर्व अनुभवों को साझा किया गया. उत्तराखण्ड पुलिस के स्तर से एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने देहरादून से प्रतिभाग किया.
बैठक का मुख्य उदेश्य बॉर्डर राज्यों में अन्तर्राज्यीय समन्वय स्थापित करते हुए प्लानिंग के तहत यातायात व्यवस्था का बेहतर समाधान करते हुए सुगम यातायात की स्थिति बनाएं रखना है. हिमाचल प्रदेश पुलिस के विशेष आमंत्रण पर शिमला में पांच राज्यों उत्तराखण्ड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और जम्मू व कश्मीर के पुलिस अधिकारियों के बीच यातायात व्यवस्था, ई-चालान एप्लीकेशन और इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की उपयोगिता सम्बन्धी एजेंडा बिन्दुओं पर गहन मंथन किया गया.
पढ़ें- हरिद्वार में ब्रह्मकुंड के पास बिक रहा नॉन वेज, खबर के बाद हरकत में आई श्रीगंगा सभा
बैठक का मुख्य उदेश्य बॉर्डर राज्यों में अन्तर्राज्यीय समन्वय स्थापित करते हुए प्लानिंग के तहत यातायात व्यवस्था का बेहतर समाधान करते हुए सुगम यातायात की स्थिति बनाएं रखना. इसी क्रम में आधुनिक प्रणाली के तहत पुलिस द्वारा उपयोग में लाये जा रहे ई-चालान एप्लीकेशन और इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की तकनीकी सहित व्यवहारिक जानकारियों को आपस में साझा करना, ताकि इसकी उपयोगिता और कमियों के समाधान में किस स्तर पर राज्यों द्वारा कार्रवाई की जा रही है और आने वाले समय में क्या बेहतर किया जा सकता है.
एसपी ट्रैफिक अक्षय कौड़े ने बताया कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश द्वारा बॉर्डर एरिया में बेहतर यातायात प्रबन्धन और जानकारियों को साझा करने के लिए प्रतिबद्धता की गई, जिसमें मुख्यतः पांवटा साहिब से विकासनगर मार्ग की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाएं रखना प्राथमिकता है. जिससे बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.