देहरादून: राजधानी की सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या के चलते जाम की समस्या आम हो चुकी है. वहीं, दूसरी तरफ स्थानीय लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या वाहन पार्किंग से जुड़ी है. स्थिति कुछ यह है कि शहर में हर साल वाहनों की संख्या में 40 से 50 हजार का इजाफा देखने को मिल रहा है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए देहरादून आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी ने बताया कि राज्य गठन के बाद से लेकर अब तक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय देहरादून में 9.50 लाख से ज्यादा वाहन पंजीकृत हैं. वहीं, इसमें हर साल 40 से 50 हजार का इजाफा दर्ज किया जा रहा है, जिसमें 70% टू व्हीलर और 30% चार पहिया वाहन शामिल हैं. ऐसे में एक तरफ वाहनों की संख्या बढ़ने से हर दिन शहर के मुख्य मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रहती है. वहीं, दूसरी तरफ वाहनों की पार्किंग के लिए उचित व्यवस्था नहीं है. जिसे देखते हुए एमडीडीए की ओर से शहर में नया पार्किंग स्थल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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एमडीडीए उपाध्यक्ष रणधीर सिंह चौहान ने बताया कि शहर में पार्किंग की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एमडीडीए की ओर से पार्किंग स्थल बनाने के लिए शहर के बीचों बीच जमीन तलाशने का कार्य किया जा रहा है. एमडीडीए की ओर से गांधी रोड पर स्थित उत्तराखंड परिवहन निगम के पुराने बस अड्डे की जमीन को वाहन पार्किंग स्थल में तब्दील करने की तैयारी की जा रही है. इस स्थान में पार्किंग स्थल बनाने से शहरवासियों को पार्किंग की समस्या से निजात मिलेगी. वहीं, दूसरी तरफ पिछले कई सालों से भारी नुकसान के दौर से गुजर रहे उत्तराखंड परिवहन निगम की आय में भी इजाफा हो सकेगा.