देहरादून: रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे उत्तराखंड के सैकड़ों छात्रों को वापस स्वदेश लौटना पड़ा. छात्र-छात्राओं की एमबीबीएस की पढ़ाई प्रभावित होने और अपनी भविष्य की चिंता को लेकर अब इन छात्र-छात्राओं ने राज्यपाल (सेनि) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह से मदद की गुहार लगाई है. शनिवार को यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे 9 छात्र-छात्राओं ने राज्यपाल से राजभवन में मुलाकात की. इन सभी बच्चों ने अपनी पढ़ाई और भविष्य को लेकर चिंता जाहिर की.
छात्रों ने बताया उत्तराखंड के 270 एमबीबीएस के छात्र-छात्राएं हैं, जिनके समाने अब अपने भविष्य का संकट खड़ा हो गया है. राज्यपाल (सेनि) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं को आश्वासन देते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर चिंतित है और पूरी तरह प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा वह इस सम्बंध में देश और राज्य के विभिन्न मेडिकल विश्वविद्यालयों सहित शिक्षण संस्थानों से बात कर चर्चा करेंगे. पूरा प्रयास किया जाएगा कि छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए इस समस्या का जल्द ही समाधान किया जा सके.
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इसके साथ ही शनिवार को पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा और अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा सहित राष्ट्रीय निशानेबाज आरुषि वर्मा ने भी राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की. इस मौके पर आरुषि वर्मा ने मार्च 2022 में क्लाइमेट फोर्स अंटार्कटिका एक्सपेडेशन में प्रतिभाग करने के अनुभवों को राज्यपाल के साथ साझा किया.
राज्यपाल (सेनि) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा आरुषि वर्मा की इस उपलब्धि से उत्तराखंड के युवाओं के साथ ही लड़कियों को प्रेरणा मिलेगी. वहीं, राज्यपाल और राज्य की प्रथम महिला गुरमीत कौर ने चैत्र नवरात्र की अष्टमी पर राजभवन में विधिवत कन्या पूजन किया और प्रदेश के सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की.