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शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी लेफ्टिनेंट ज्योति नैनवाल पहुंचीं देहरादून, परिवार में खुशी का माहौल

शहीद नायक दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल आज देहरादून के हर्रा वाला स्थित अपने आवास पहुंचीं. इस दौरान ज्योति नैनवाल को बधाई देने वालों का तांता तला रहा. शहीद दीपक के परिजनों के लिए ये वाकई में गौरवान्नित करने वाला पल है.

Jyoti Nainwal reached her residence in Harrawala
ज्योति नैनवाल पहुंची देहरादून
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Published : Nov 21, 2021, 2:58 PM IST

देहरादून: हर्रावाला स्थित शहीद दीपक नैनवाल के आवास पर आज लोगों का तांता लगा रहा. दरअसल, शहीद दीपक की पत्नी आज देहरादून अपने आवास पहुंचीं थीं, जिनका स्वागत करने के लिए स्थानीय लोगों ने उनके आवास का रुख किया. शहीद दीपक की पत्नी ज्योति नैनवाल सेना में बतौर अफसर शामिल हुई हैं. ज्योति की इस हिम्मत पर लोगों ने उनके आवास में पहुंचकर उनकी सराहना की.

ज्योति नैनवाल की आज देशभर की उन महिलाओं के लिए एक उदाहरण बन गई हैं, जो हालातों से हारकर जीवन जीना भूल जाती हैं. ज्योति नैनवाल शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी है. दीपक साल 2018 में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में 3 गोलियां लगने के बाद घायल हो गए थे, इसके बाद करीब 1 महीने तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ने के बाद 20 मई 2018 को दीपक शहीद हो गए.

शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी लेफ्टिनेंट ज्योति नैनवाल पहुंचीं देहरादून.

दीपक की शहादत की खबर उनके घर पहुंचते ही उनके घर में भी मातम पसर गया. हालांकि, इतने बड़े धक्के के बाद भी शहीद की पत्नी ज्योति नैनवाल ने हार नहीं मानीं और अपने पति की तरह ही देश सेवा के जज्बे के साथ एक बार फिर तैयारी शुरू कर दी. ज्योति ने अपने चौथे अटेम्प में एसएसबी क्लियर किया और 11 महीने की कठिन ट्रेनिंग के बाद अब सेना में कमीशन पा लिया है.

सेना का हिस्सा बनने के बाद आज ज्योति नैनवाल देहरादून स्थित हर्रावाला आवास पर पहुंचीं, जहां पर लोगों ने उनका स्वागत किया. इस मौके पर ज्योति ने कहा कि उनका सभी को यह संदेश है कि कभी भी हार ना माने और किसी भी परिस्थिति में आगे बढ़ने की कोशिशें जारी रखें.

ज्योति की इस कामयाबी से उनका पूरा परिवार बेहद खुश है. आपको बता दें कि ज्योति नैनवाल दो बच्चे हैं, जो अब अपनी मां की इस कामयाबी के बाद सेना में ही देश सेवा करना चाहते हैं. ज्योति की बेटी लावण्या कक्षा 4 में पढ़ती है. बेटी का कहना है कि वह अब सेना में चिकित्सक की भूमिका में भर्ती होना चाहती हैं, क्योंकि जो भी सेना के जवान देश सेवा के दौरान घायल होते हैं. वह उनको उपचार के जरिए ठीक करना चाहती हैं, ताकि कोई भी जवान अपने परिवार से अलग ना हो सके.

इस मौके पर ज्योति के ससुर चक्रधर नैनवाल कहते हैं कि यह उनके परिवार ही नहीं बल्कि देश के लिए गर्व की बात है कि एक बेटी इस तरह से सेना में अफसर बनी हैं. उन्होंने कहा कि उनके परिवार में कोई भी आज तक सेना में अफसर नहीं रहा है, लेकिन उनकी इस बेटी ने पूरे परिवार का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. आपको बता दें कि शहीद दीपक नैनवाल की तीन पीढ़ियां सेना में रही हैं. उनके दादा स्वतंत्रता सेनानी थे उनके पिता सेना से रिटायर हुए और वह खुद भी देश के लिए मर मिटे.

पढ़ें- बेटे की शहादत के बाद बहू ने सेना में संभाली कमान, गर्व से फूला परिवार का सीना

बता दें, शहीद नायक दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल बीते रोज चेन्‍नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से पास आउट हो गई हैं. ज्योति के पास आउट होने के बाद उनके परिवार में खुशी की माहौल है. ज्योति की जिंदादिली और उपलब्धि पर परिजन फूले नहीं समा रहे हैं. हर कोई इस मौके पर शहीद दीपक को याद कर रहा है. ज्योति भी जीवन के इस खास मौके पर परिवार को याद करती दिखीं. पासिंग आउट परेड के दौरान उनके दोनों बच्‍चे भी उनके साथ मौजूद रहे.

ओटीए चेन्नई से पास आउट हुई ज्योति नैनवाल: 10 अप्रैल 2018 को कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए उत्तराखंड के लाल जवान दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल ने भी पति के सपना पूरा करते हुए देश सेवा परंपरा को आगे बढ़ा शनिवार सेना में बतौर लेफ्टिनेंट ऑफिसर का पद प्राप्त किया. शनिवार 20 नवंबर 2021 को ओटीए चेन्नई में हुए पास आउट होकर सेना में डायरेक्ट कमीशन के रूप में शहीद की पत्नी ज्योति नैनवाल के लेफ्टिनेंट बनते ही परिवार में खुशियां छा गई.

पति से ली देश सेवा की प्रेरणा: 1st महार रेजीमेंट के शहीद दीपक की पत्नी ज्योति नैनवाल रविवार को देहरादून हर्रावाला स्थित अपने घर पहुंच रही हैं. जहां उनके स्वागत में भव्य आयोजन किया जाएगा. शहीद दीपक नैनवाल के परिवार के मुताबिक उनकी बहू ज्योति नैनवाल ने पति के आतंकी हमले में घायल होने के 40 दिन तक अस्पताल में रहने के दौरान ही देश सेवा और परिवार का नाम रोशन करने के प्रेरणा ली. उसी का नतीजा रहा है कि अपने बच्चों को छोड़ एक साल पहले ज्योति ने ओटीए चेन्नई में आर्मी ज्वाइन की. जिसके बाद वह शनिवार पास आउट हुई.

देहरादून: हर्रावाला स्थित शहीद दीपक नैनवाल के आवास पर आज लोगों का तांता लगा रहा. दरअसल, शहीद दीपक की पत्नी आज देहरादून अपने आवास पहुंचीं थीं, जिनका स्वागत करने के लिए स्थानीय लोगों ने उनके आवास का रुख किया. शहीद दीपक की पत्नी ज्योति नैनवाल सेना में बतौर अफसर शामिल हुई हैं. ज्योति की इस हिम्मत पर लोगों ने उनके आवास में पहुंचकर उनकी सराहना की.

ज्योति नैनवाल की आज देशभर की उन महिलाओं के लिए एक उदाहरण बन गई हैं, जो हालातों से हारकर जीवन जीना भूल जाती हैं. ज्योति नैनवाल शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी है. दीपक साल 2018 में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में 3 गोलियां लगने के बाद घायल हो गए थे, इसके बाद करीब 1 महीने तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ने के बाद 20 मई 2018 को दीपक शहीद हो गए.

शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी लेफ्टिनेंट ज्योति नैनवाल पहुंचीं देहरादून.

दीपक की शहादत की खबर उनके घर पहुंचते ही उनके घर में भी मातम पसर गया. हालांकि, इतने बड़े धक्के के बाद भी शहीद की पत्नी ज्योति नैनवाल ने हार नहीं मानीं और अपने पति की तरह ही देश सेवा के जज्बे के साथ एक बार फिर तैयारी शुरू कर दी. ज्योति ने अपने चौथे अटेम्प में एसएसबी क्लियर किया और 11 महीने की कठिन ट्रेनिंग के बाद अब सेना में कमीशन पा लिया है.

सेना का हिस्सा बनने के बाद आज ज्योति नैनवाल देहरादून स्थित हर्रावाला आवास पर पहुंचीं, जहां पर लोगों ने उनका स्वागत किया. इस मौके पर ज्योति ने कहा कि उनका सभी को यह संदेश है कि कभी भी हार ना माने और किसी भी परिस्थिति में आगे बढ़ने की कोशिशें जारी रखें.

ज्योति की इस कामयाबी से उनका पूरा परिवार बेहद खुश है. आपको बता दें कि ज्योति नैनवाल दो बच्चे हैं, जो अब अपनी मां की इस कामयाबी के बाद सेना में ही देश सेवा करना चाहते हैं. ज्योति की बेटी लावण्या कक्षा 4 में पढ़ती है. बेटी का कहना है कि वह अब सेना में चिकित्सक की भूमिका में भर्ती होना चाहती हैं, क्योंकि जो भी सेना के जवान देश सेवा के दौरान घायल होते हैं. वह उनको उपचार के जरिए ठीक करना चाहती हैं, ताकि कोई भी जवान अपने परिवार से अलग ना हो सके.

इस मौके पर ज्योति के ससुर चक्रधर नैनवाल कहते हैं कि यह उनके परिवार ही नहीं बल्कि देश के लिए गर्व की बात है कि एक बेटी इस तरह से सेना में अफसर बनी हैं. उन्होंने कहा कि उनके परिवार में कोई भी आज तक सेना में अफसर नहीं रहा है, लेकिन उनकी इस बेटी ने पूरे परिवार का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. आपको बता दें कि शहीद दीपक नैनवाल की तीन पीढ़ियां सेना में रही हैं. उनके दादा स्वतंत्रता सेनानी थे उनके पिता सेना से रिटायर हुए और वह खुद भी देश के लिए मर मिटे.

पढ़ें- बेटे की शहादत के बाद बहू ने सेना में संभाली कमान, गर्व से फूला परिवार का सीना

बता दें, शहीद नायक दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल बीते रोज चेन्‍नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से पास आउट हो गई हैं. ज्योति के पास आउट होने के बाद उनके परिवार में खुशी की माहौल है. ज्योति की जिंदादिली और उपलब्धि पर परिजन फूले नहीं समा रहे हैं. हर कोई इस मौके पर शहीद दीपक को याद कर रहा है. ज्योति भी जीवन के इस खास मौके पर परिवार को याद करती दिखीं. पासिंग आउट परेड के दौरान उनके दोनों बच्‍चे भी उनके साथ मौजूद रहे.

ओटीए चेन्नई से पास आउट हुई ज्योति नैनवाल: 10 अप्रैल 2018 को कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए उत्तराखंड के लाल जवान दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल ने भी पति के सपना पूरा करते हुए देश सेवा परंपरा को आगे बढ़ा शनिवार सेना में बतौर लेफ्टिनेंट ऑफिसर का पद प्राप्त किया. शनिवार 20 नवंबर 2021 को ओटीए चेन्नई में हुए पास आउट होकर सेना में डायरेक्ट कमीशन के रूप में शहीद की पत्नी ज्योति नैनवाल के लेफ्टिनेंट बनते ही परिवार में खुशियां छा गई.

पति से ली देश सेवा की प्रेरणा: 1st महार रेजीमेंट के शहीद दीपक की पत्नी ज्योति नैनवाल रविवार को देहरादून हर्रावाला स्थित अपने घर पहुंच रही हैं. जहां उनके स्वागत में भव्य आयोजन किया जाएगा. शहीद दीपक नैनवाल के परिवार के मुताबिक उनकी बहू ज्योति नैनवाल ने पति के आतंकी हमले में घायल होने के 40 दिन तक अस्पताल में रहने के दौरान ही देश सेवा और परिवार का नाम रोशन करने के प्रेरणा ली. उसी का नतीजा रहा है कि अपने बच्चों को छोड़ एक साल पहले ज्योति ने ओटीए चेन्नई में आर्मी ज्वाइन की. जिसके बाद वह शनिवार पास आउट हुई.

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