देहरादूनः कोरोना काल में उत्तराखंड लौटे लाखों प्रवासियों और बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर जहां एक ओर केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत योजना चला रही है तो वहीं, त्रिवेंद्र सरकार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लोगों को जोड़ने की कवायद में जुटी है. हालांकि, राज्य में तमाम क्षेत्रों में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं. ऐसे में दुग्ध एवं डेयरी विभाग ने प्रदेश के करीब 7000 लोगों को लाभांवित करने की योजना शुरू की है.
प्रदेश के तमाम प्रवासी और युवा, जो दुग्ध एवं डेयरी चलाने में रुचि रखते हैं. उनके लिए एक बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जा रहा है. हालांकि, इस योजना के तहत लाभार्थियों को 25 से 50 फीसदी तक सब्सिडी के माध्यम से गाय उपलब्ध कराई जाएंगी. गौर हो कि बीते दिन उत्तराखंड शासन ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एक सेल का भी गठन कर दिया है. जिससे प्रदेश के युवाओं और उत्तराखंड लौटे प्रवासियों को इसका लाभ मिल सके.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड: कोरोना मरीज हो सकेंगे होम आइसोलेट, होम क्वारंटाइन और आइसोलेशन में जानिए क्या है अंतर
वहीं, राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि डेयरी के क्षेत्र में जो भी काम करना चाहते हैं और जो 3 या फिर 5 गाय लेना चाहते हैं. उन्हें 25 से लेकर 50 फीसदी तक सरकार सब्सिडी दे रही है. हालांकि, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत प्रदेश भर में 20,000 दुधारू गाय देने की योजना बनाई गई है. जिसका अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
इस योजना को सही ढंग से धरातल पर उतारने के लिए सभी जिलों में बैठक में कर ली गई है. साथ ही बताया कि हर जिले से करीब 300 से 400 फॉर्म अभी तक सामने आए हैं. लिहाजा, प्रदेश भर में करीब 7,000 लोगों को डेयरी देने का लक्ष्य है.