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देहरादून में दिवाली से फैला प्रदूषण! आंखों में जलन और खुजली से परेशान मरीज लगा रहे अस्पताल की दौड़ - जलन और खुजली से परेशान मरीज

Eye Patients Increased After Diwali in Dehradun देहरादून में दिवाली के बाद फिजाएं जहरीली हो गई हैं. इसकी तस्दीक अस्पताल पहुंच रहे मरीजों की संख्या दे रही है. राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून में आंखों में जलन और खुजली से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा देखने को मिल रही है. आई ओपीडी में मरीजों की मारामारी देखी जा रही है.

Eye Patients Increased in dehradun
दून अस्पताल में आंखों के मरीज
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 15, 2023, 5:13 PM IST

Updated : Nov 15, 2023, 7:19 PM IST

आंखों में जलन और खुजली से परेशान मरीज की संख्या बढ़ी

देहरादूनः दीपावली का त्योहार बीत गया है, लेकिन पटाखे के धुएं से होने वाले प्रदूषण की वजह से लोग आंखों में जलन और खुजली की शिकायत लेकर अस्पतालों की दौड़ लगा रहे हैं. खासकर दून अस्पताल की आई ओपीडी (EYE OPD) में मरीज काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. आलम ये है कि नेत्र विभाग की ओपीडी में 20 फीसदी से ज्यादा मरीज इस तरह की शिकायतों को लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं. इनमें से कई मरीज ऐसे हैं, जिनकी आंखों में आतिशबाजी के दौरान इंजरी भी हुई है.

राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून के नेत्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सुशील ओझा के मुताबिक, दिवाली के बाद से प्रदूषण और डस्ट एलर्जी की वजह से मरीज आंखों में खुजली जलन एवं सूजन की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पटाखों की वजह से क्लोज्ड ग्लोब इंजरी (Closed Globe Injury) के मामले भी उनकी ओपीडी में आ रहे हैं.

Eye Doctor Sushil Ojha
नेत्र चिकित्सक सुशील ओझा
ये भी पढ़ेंः दीवाली के बाद देहरादून का वायु प्रदूषण दिल्ली से कर रहा मुकाबला, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम भरे दिन

डॉक्टर ओझा ने बताया कि इंजरी में आंख की बॉल डैमेज हो जाती है. इस कंडीशन में सर्जरी की आवश्यकता पड़ जाती है. इसके अलावा बिना परफोर्रेशन वाले मरीजों को दवा देकर इलाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद अस्पताल में क्लोज्ड ग्लोब इंजरी वाले मरीजों की आईबॉल ऑटोनॉमी को वापस बनाने के लिए 10 से 12 दिन के भीतर सर्जरी करनी पड़ेगी.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड चारधाम यात्रा में पहुंच रहे रिकॉर्ड वाहन, कहीं 'जहरीली' तो नहीं हुई फिजा? एयर क्वालिटी की होगी मॉनिटरिंग

बता दें कि देहरादून में दिवाली पर आतिशबाजी से हुए प्रदूषण ने पिछले सभी तोड़े हैं. इसका असर शहर के वातावरण पर भी पड़ा है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्पताल में आंखों की समस्या के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. दून अस्पताल की आई ओपीडी में आंखों से संबंधित समस्याओं को लेकर मरीज पहुंच रहे हैं. प्रदूषण और डस्ट एलर्जी की वजह से लोग आंखों में खुजली व जलन की शिकायत लेकर ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने आ रहे हैं.

आंखों में जलन और खुजली से परेशान मरीज की संख्या बढ़ी

देहरादूनः दीपावली का त्योहार बीत गया है, लेकिन पटाखे के धुएं से होने वाले प्रदूषण की वजह से लोग आंखों में जलन और खुजली की शिकायत लेकर अस्पतालों की दौड़ लगा रहे हैं. खासकर दून अस्पताल की आई ओपीडी (EYE OPD) में मरीज काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. आलम ये है कि नेत्र विभाग की ओपीडी में 20 फीसदी से ज्यादा मरीज इस तरह की शिकायतों को लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं. इनमें से कई मरीज ऐसे हैं, जिनकी आंखों में आतिशबाजी के दौरान इंजरी भी हुई है.

राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून के नेत्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सुशील ओझा के मुताबिक, दिवाली के बाद से प्रदूषण और डस्ट एलर्जी की वजह से मरीज आंखों में खुजली जलन एवं सूजन की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पटाखों की वजह से क्लोज्ड ग्लोब इंजरी (Closed Globe Injury) के मामले भी उनकी ओपीडी में आ रहे हैं.

Eye Doctor Sushil Ojha
नेत्र चिकित्सक सुशील ओझा
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डॉक्टर ओझा ने बताया कि इंजरी में आंख की बॉल डैमेज हो जाती है. इस कंडीशन में सर्जरी की आवश्यकता पड़ जाती है. इसके अलावा बिना परफोर्रेशन वाले मरीजों को दवा देकर इलाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद अस्पताल में क्लोज्ड ग्लोब इंजरी वाले मरीजों की आईबॉल ऑटोनॉमी को वापस बनाने के लिए 10 से 12 दिन के भीतर सर्जरी करनी पड़ेगी.

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बता दें कि देहरादून में दिवाली पर आतिशबाजी से हुए प्रदूषण ने पिछले सभी तोड़े हैं. इसका असर शहर के वातावरण पर भी पड़ा है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्पताल में आंखों की समस्या के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. दून अस्पताल की आई ओपीडी में आंखों से संबंधित समस्याओं को लेकर मरीज पहुंच रहे हैं. प्रदूषण और डस्ट एलर्जी की वजह से लोग आंखों में खुजली व जलन की शिकायत लेकर ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने आ रहे हैं.

Last Updated : Nov 15, 2023, 7:19 PM IST
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