देहरादूनः दीपावली का त्योहार बीत गया है, लेकिन पटाखे के धुएं से होने वाले प्रदूषण की वजह से लोग आंखों में जलन और खुजली की शिकायत लेकर अस्पतालों की दौड़ लगा रहे हैं. खासकर दून अस्पताल की आई ओपीडी (EYE OPD) में मरीज काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. आलम ये है कि नेत्र विभाग की ओपीडी में 20 फीसदी से ज्यादा मरीज इस तरह की शिकायतों को लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं. इनमें से कई मरीज ऐसे हैं, जिनकी आंखों में आतिशबाजी के दौरान इंजरी भी हुई है.
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून के नेत्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सुशील ओझा के मुताबिक, दिवाली के बाद से प्रदूषण और डस्ट एलर्जी की वजह से मरीज आंखों में खुजली जलन एवं सूजन की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पटाखों की वजह से क्लोज्ड ग्लोब इंजरी (Closed Globe Injury) के मामले भी उनकी ओपीडी में आ रहे हैं.
डॉक्टर ओझा ने बताया कि इंजरी में आंख की बॉल डैमेज हो जाती है. इस कंडीशन में सर्जरी की आवश्यकता पड़ जाती है. इसके अलावा बिना परफोर्रेशन वाले मरीजों को दवा देकर इलाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद अस्पताल में क्लोज्ड ग्लोब इंजरी वाले मरीजों की आईबॉल ऑटोनॉमी को वापस बनाने के लिए 10 से 12 दिन के भीतर सर्जरी करनी पड़ेगी.
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बता दें कि देहरादून में दिवाली पर आतिशबाजी से हुए प्रदूषण ने पिछले सभी तोड़े हैं. इसका असर शहर के वातावरण पर भी पड़ा है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्पताल में आंखों की समस्या के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. दून अस्पताल की आई ओपीडी में आंखों से संबंधित समस्याओं को लेकर मरीज पहुंच रहे हैं. प्रदूषण और डस्ट एलर्जी की वजह से लोग आंखों में खुजली व जलन की शिकायत लेकर ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने आ रहे हैं.