देहरादून: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के बाद से ही अन्य राज्यों के मजदूर जो उत्तराखंड में मजदूरी कर रहे थे, वो अब वापस जाने को मजबूर है. क्योंकि लॉकडाउन के चलते काम न से तमाम मजदूरों के लिए भुखमरी का संकट पैदा हो गया है. ऐसे में इन मजदूरों को राशन उपलब्ध कराने को लेकर कई संस्थाएं सड़कों पर उतरी हैं. ताकि कोई भी गरीब परिवार भूखा न रह जाय.
इसी क्रम में सहस्त्रधारा के गांवों में करीब 150 मजदूर रहते हैं. जिनका पेट भरने का जिम्मा परमधाम संस्था ने उठाया है. जो रोजाना इन मजदूरों को राशन उपलब्ध कराता है. हालांकि, ये संस्था पहले इन मजदूरों को बना हुआ खाना देती थी, लेकिन अब इन मजदूरों को संस्था के माध्यम से कच्चा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. यही नहीं यह संस्था बच्चों के लिए दूध भी दे रहा है.
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समाजसेवी कुलदीप ने बताया कि ये मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार के अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं, जो करीब 150 की संख्या में हैं. यो लोग यहां झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं. लिहाजा, लॉकडाउन के दिन से ही उनकी संस्था इन गरीब मजदूरों को खाना मुहैया करा रही है. वहीं बच्चों के लिए दुध भी दिया जाता है. उन्होंने कहा कि जब तक लॉकडाउन रहेगा इन मजदूरों को उनकी संस्था राशन देती रहेगी.