विकासनगर: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन से जहां पहाड़ दरक रहे हैं तो वहीं लोगों के आशियाने भी उजड़ते देखे जा सकते हैं.वहीं विकासनगर विधानसभा के जाखन गांव में भूस्खलन से दस मकान व सात गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं.साथ ही कुछ पशु हानि भी हुई है.जिसके बाद डीएम सोनिका सिंह ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देशित किया.
प्रदेश में भारी बारिश से भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाएं देखने को मिल रही है.वहीं इस मानसून सीजन में भी कई लोगों के आशियाने जमींदोज हो गए हैं.वहीं विकासनगर से करीब 25 किलोमीटर दूर बिन्हार क्षेत्र के जाखन गांव में आई आपदा लोगों पर भारी पड़ी है.पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण सड़क, मकान ,खेत,छानी,गोशालाएं और स्कूल तक सब तबाह हो गए हैं.दरअसल, बुधवार दोपहर के समय जाखन गांव के लोगों को पहाड़ी से कुछ हलचल होने की आवाज सुनाई दी.
इतने में लोग कुछ समझ पाते, अचानक पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर सड़क सहित गांव के घरों पर आ गिरा.जिससे 10 मकान और सात गोशालाएं जमींदोज हो गई.वहीं बाकी बचे मकान में दरारें पड़ गई हैं. गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई. वही मौके पर पहुंची प्रशासन और रेस्क्यू टीम ने लोगों को निकाल कर सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर दिया है. जाखन गांव में आई आपदा के बाद बचाव व राहत कार्य जारी है.स्थानीय लोगों का कहना है कि देखते ही देखते पहाड़ी दरकने लगी, जिसके बाद गांव के लोग घरों से निकल कर भागने लगे.
साथ ही एक दूसरे को आवाज लगाकर सचेत किया.लोगों का कहना है कि पहाड़ी दरकने से लोग काफी डरे हुए हैं. जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने कहा कि मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया है और गांव खाली करा दिया गया है. ग्रामीणों को अन्य जगह शिफ्ट कर दिया गया है. 10 मकान व 7 गोशालाएं को नुकसान पहुंचा है.आपदा पीड़ितों के लिए राशन, बिजली, पानी की व्यवस्था की जा रही है. गांव वालों की हर संभव मदद की जाएगी. वहीं स्कूली बच्चों को भी अन्य जगह शिफ्ट किया जाएगा.