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अधिकारी की नाराजगी से नहीं चलेगी सरकार, संभालना पड़ेगा कार्यभार: मदन कौशिक

अभी तक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग बिना सचिव के ही चल रहा है. वहीं इस मामले पर मदन कौशिक ने दो टूक कहा कि किसी भी अधिकारी के नाराज होने से सरकार नहीं चलेगी. सरकार अपने एजेंडे पर चलती है. ऐसे में जिस अधिकारी में अधिकारी की नियुक्ति होगी उसे कार्यभार संभालना पड़ेगा.

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Published : Nov 5, 2020, 4:24 PM IST

Updated : Nov 5, 2020, 5:01 PM IST

देहरादून: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य और विभागीय निदेशक वी षणमुगम के बीच बीते दिनों विवाद हो गया था. जिसके चलते सरकार ने सचिव सौजन्य से महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग को हटाकर इसकी जिम्मेदारी अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को दी थी. बावजूद इसके अभी तक यह विभाग बिना सचिव के ही चल रहा है. शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि अधिकारी की नाराजगी से सरकार नहीं चलेगी. लिहाजा जिसे जिम्मेदारी सौंपी जाएगी वह अधिकारी उस जिम्मेदारी को स्वीकार करेंगे.

शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक.
बता दें कि सितंबर महीने में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग में भर्ती एजेंसी के चयन को लेकर विभागीय मंत्री रेखा आर्य और विभागीय निदेशक वी षणमुगम के बीच विवाद हो गया था. वहीं, राज्यमंत्री रेखा आर्य ने पुलिस से वी षणमुगम के गुमशुदा होने को लेकर पत्र लिखा था, हालांकि मामले ने इतना तूल पकड़ा की मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उच्च स्तरीय जांच बैठा दी थी.ये भी पढ़ें : त्रिवेंद्र सरकार पर एक्टर हेमंत पांडे का जुबानी हमला, कहा- बंद हो उत्तराखंड आने वाले लोगों का टॉर्चर

वही, शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि अगर कोई भी विभाग खाली होता है तो उस विभाग को मुख्य सचिव देखते हैं. लेकिन जल्द ही महिला एवं बाल विकास विभाग को पूर्णकालिक सचिव मिल जाएगा. यही नहीं, मदन कौशिक ने दो टूक कहा कि किसी भी अधिकारी के नाराज होने से सरकार नहीं चलेगी. सरकार अपने एजेंडे पर चलती है. ऐसे में जिस अधिकारी में अधिकारी की नियुक्ति होगी उसे कार्यभार संभालना पड़ेगा.

देहरादून: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य और विभागीय निदेशक वी षणमुगम के बीच बीते दिनों विवाद हो गया था. जिसके चलते सरकार ने सचिव सौजन्य से महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग को हटाकर इसकी जिम्मेदारी अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को दी थी. बावजूद इसके अभी तक यह विभाग बिना सचिव के ही चल रहा है. शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि अधिकारी की नाराजगी से सरकार नहीं चलेगी. लिहाजा जिसे जिम्मेदारी सौंपी जाएगी वह अधिकारी उस जिम्मेदारी को स्वीकार करेंगे.

शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक.
बता दें कि सितंबर महीने में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग में भर्ती एजेंसी के चयन को लेकर विभागीय मंत्री रेखा आर्य और विभागीय निदेशक वी षणमुगम के बीच विवाद हो गया था. वहीं, राज्यमंत्री रेखा आर्य ने पुलिस से वी षणमुगम के गुमशुदा होने को लेकर पत्र लिखा था, हालांकि मामले ने इतना तूल पकड़ा की मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उच्च स्तरीय जांच बैठा दी थी.ये भी पढ़ें : त्रिवेंद्र सरकार पर एक्टर हेमंत पांडे का जुबानी हमला, कहा- बंद हो उत्तराखंड आने वाले लोगों का टॉर्चर

वही, शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि अगर कोई भी विभाग खाली होता है तो उस विभाग को मुख्य सचिव देखते हैं. लेकिन जल्द ही महिला एवं बाल विकास विभाग को पूर्णकालिक सचिव मिल जाएगा. यही नहीं, मदन कौशिक ने दो टूक कहा कि किसी भी अधिकारी के नाराज होने से सरकार नहीं चलेगी. सरकार अपने एजेंडे पर चलती है. ऐसे में जिस अधिकारी में अधिकारी की नियुक्ति होगी उसे कार्यभार संभालना पड़ेगा.

Last Updated : Nov 5, 2020, 5:01 PM IST
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