देहारदून: देशभर में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन किया गया है. जिससे कई लोगों का काम ठप्प हो गया है. इतना ही नहीं परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है. वहीं, लॉकडाउन का असर टैक्सी चालकों पर भी पड़ा है. बीते साल तक जहां तक इन दिनों पर्यटन सीजन के साथ ही शादी- विवाह का सीजन चरम पर होता था, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते टैक्सी ड्राइवर बेहद परेशान हैं. वहीं, टैक्सी चालकों ने राज्य सरकार से मांग की है की वाहनों का बीमा एक साल तक की अवधि के लिए माफ किया जाए. साथ ही वाहनों का फिटनेस एक साल तक आगे बढ़ाने और वाहन बीमा में छूट देने की मांग की है.
टैक्सी चालकों का कहना है कि आजकल अन्य किसी तरह की आय न होने के कारण वाहन स्वामियों व चालकों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में अब वाहन स्वामियों को बैंक ऋण की चिंता भी सताने लगी है. वाहन स्वामी व चालकों ने सरकार से इस महामारी के दौर में मदद को देखते हुए बैंक ऋण माफ करने व आर्थिक मदद देने की मांग की है.
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देहरादून टैक्सी मैक्स यूनियन के महासचिव राजेश कुमार का कहना है कि अब वाहन स्वामी व चालक परेशान हो गए है. चालक व वाहन स्वामियों ने बताया कि मार्च -अप्रैल व मई इन तीन माह की कमाई से चालक साल भर अपना और अपने परिवार का खर्च चलाते हैं, लेकिन इस बार इन तीन माह में वाहनों के पहिए जाम हैं. दून टैक्सी यूनियन महासचिव राजेश कुमार ने बताया कि टैक्सी व्यवसाई का काम चौपट होने से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. छूट के बाद भी यात्री नहीं मिल पा रहे हैं. जिससे टैक्सी चालकों को परेशानी बढ़ गई है.