ऋषिकेश: तीर्थनगर ऋषिकेश के खदरी खड़कमाफ ग्रामसभा में भूमाफियाओं ने प्राकृतिक जलस्रोत पर कब्जा कर लिया है. उद्गम स्थल से 30 फीट चौड़े जलस्रोत की धारा को माफियाओं ने अतिक्रमण कर तीन फीट का कर दिया है. माफियाओं ने जलस्रोत ही नहीं, बल्कि ग्राम पंचायत और राजस्व भूमि को भी कब्जाकर प्लॉटिंग कर दी है. खास बात ये है कि प्रशासन को शिकायत मिलने के बावजूद संबंधित अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
दरअसल, खदरी गांव के लक्कड़घाट क्षेत्र में संतोषी माता मंदिर के पास प्राकृतिक जलस्रोत का उद्गम है. यह स्रोत मंदिर से जलधारा के रूप में गंगा में प्रवाहित हो रहा है. अभिलेखों में जलस्रोत की चौड़ाई करीब 30 फीट है, लेकिन उद्गम से आगे बढ़ते ही भूमाफियाओं ने प्लॉटिंग के लिए जलस्रोत पर ही कब्जा कर लिया है. मौजूदा वक्त में महज तीन फीट चौड़ाई में जलस्रोत की धारा बह रही है. माफियाओं ने ग्राम पंचायत और राजस्व विभाग की भी करीब 25 बीघा जमीन कब्जा ली है. समाजेसवी शांति प्रसाद थपलियाल ने अतिक्रमण की शिकायत स्थानीय प्रशासन से की है. लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई जमीनी कार्रवाई नहीं हुई है.
शिकायतकर्ता शांति प्रसाद थपलियाल का कहना है कि लक्कड़घाट के पास भू माफियाओं के द्वारा लगभग 14 बीघा पंचायत की भूमि पर कब्जा कर प्लॉटिंग की गई है. इतना ही नहीं भू माफियाओं ने कई बीघा सीलिंग (सरकारी) भूमि पर भी कब्जा कर प्लॉटिंग करके बेच रहे हैं. उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान के साथ-साथ उनके द्वारा भी कई बार शिकायत की गई, लेकिन प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि अब जल्द ही कोर्ट की शरण लेंगे.
वहीं, तहसीलदार अमृता शर्मा का कहना है कि नदी-नालों और तालाबों के साथ सरकारी संपत्ति पर कब्जों को हटाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है. जी-20 समिट की व्यस्तता के चलते अभियान में रुकावट आई है. अब सम्मेलन खत्म हो चुका है. जलधारा से भी कब्जा हटाया जाएगा. अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अतिक्रमण को ध्वस्त कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
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