रुद्रप्रयाग: नगर निकाय चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद दावेदारों की धड़कनें तेज हो गई है. भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल के नाम से विख्यात ऊखीमठ में नगर निकाय के तीसरे चुनाव संपन्न होने जा रहे हैं. वर्ष 2013 में पहली बार अस्तित्व में आई ऊखीमठ नगर पंचायत दूसरी बार सामान्य महिला के लिए आरक्षित रखी गई है.
नगर पंचायत अध्यक्ष की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित होने के कारण अध्यक्ष पद के लिए घमासान होने के साथ ही चारों वार्डों पर भी सभासदों के पदों पर भी घमासान मचने की संभावना बनी हुई है. अध्यक्ष पद पर अधिकृत होने के लिए भाजपा-कांग्रेस से कई महिलाओं ने दावेदारी की है. जबकि नगर पंचायत के ओंकारेश्वर वार्ड में सभासद के पद कब्जाने के लिए सबसे अधिक घमासान मचने की प्रबल संभावना बनी हुई है.
भाजपा के पर्यवेक्षक विगत दिनों ऊखीमठ पहुंचकर अध्यक्ष पद पर दावेदारी करने वालों की नब्ज टटोलकर चले गए हैं. जबकि कांग्रेस से दो दावेदारों ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा से मुलाकात कर अपनी दावेदारी पेश की है. भाजपा सूत्रों की माने तो भाजपा संगठन भी जल्द प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है. भाजपा-कांग्रेस से अधिकृत न होने पर कई महिला निर्दलीय चुनावी समर में कूदने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है और यदि भाजपा-कांग्रेस से अधिकृत न होने पर यदि कोई महिला निर्दलीय चुनाव लड़ती है, तो मुकाबला रोचक बन सकता है.
ऊखीमठ नगर पंचायत को चार वार्डो में विभाजित किया गया है. चारों वार्डो में पुरूष मतदाताओं के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है. वार्डवार मतदाताओं की संख्या पर नजर डाले तो गांधीनगर वार्ड में 173 महिला व 172 पुरूष, उदयपुर वार्ड में 231 महिला 187 पुरूष, ओंकारेश्वर वार्ड में 502 महिला व 492 पुरूष तथा भटेश्वर वार्ड में 237 महिला तथा 229 पुरूष मतदाता हैं. कुल मिलाकर 1143 महिला तथा 1080 पुरूष सहित 2223 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे.
नगर पंचायत के अंतर्गत पुरूष मतदाताओं के मुकाबले 63 महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है. भाजपा से अध्यक्ष पद पर दावेदारी करनी वाली महिलाओं की बात करें तो अध्यक्ष पद के लिए पांच महिलाएं भाजपा पर्यवेक्षकां के सामने अपनी दावेदारी कर चुकी हैं. जबकि कांग्रेस से दो महिलाएं प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा से मुलाकात कर या फिर ज्ञापन भेजकर अपनी दावेदारी पेश कर चुकी है. आगामी 23 जनवरी को संपंन होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए भाजपा अभी से बूथ स्तर तक तैयारी कर चुकी है, जबकी कांग्रेस भी हर मतदाता तक सेंधमारी की भरपूर कोशिश करने में लगी है.
खैर भाजपा-कांग्रेस किसे अधिकृत करती है और जनता किस महिला के सिर अध्यक्ष पद का ताज सुशोभित करती है, यह तो 25 जनवरी को मतगणना के बाद स्पष्ट हो पाएगा. मगर नवनिर्वाचित अध्यक्ष के लिए ऊखीमठ नगर क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण करना, बंदरों के आतंक से निजात दिलाना, पिंगलापानी-ऊखीमठ पेयजल योजना का पुनर्गठन करवाना, मुख्य बाजारों में घंटो लगने वाले जाम से निजात दिलाना तथा किराये के भवनों पर संचालित हो रहे सरकारी विभागों को स्वयं का भवन दिलाना चुनौतीपूर्ण रहेगा.
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